मुख्य चिकित्साधिकारी जिगनी व मेंहनगर स्वास्थ्य केन्द्रों पर साफ सफाई व्यवस्था, दवा भण्डारण के रख रखाव को और दुरूस्त करने की हिदायत दी। वहीं ओपीडी बढ़ाने के लिए भी अलग से प्रयास शुरू करने को कहा। सीएमओ ने चिकित्सकों को बाहर की दवा न लिखने की चेतावनी दी। मेंहनगर स्वास्थ्य केन्द्र पर स्टाफ नर्स शारदा सिंह के अनुपस्थित पाए जाने पर सीएमओ ने स्पष्टीकरण तलब करते हुए एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। जननी सुरक्षा योजना के अभिलेखों के निरीक्षण में भुगतान की धीमी स्थिति पर नाराजगी जताते हुए तीन दिन के अंदर भुगतान सुनिश्चित कराके सूचित करने का निर्देश दिया।
इसके बाद सीएमओ ने बरदह स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे तो वहां डॉ. अमृता कौशिक, डॉ. सुषमा गुप्ता एवं डॉ नगेन्द्र यादव और फार्मासिस्ट अनिल कुमार अनुपस्थित मिले। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तीनों चिकित्सकों को पवई और फार्मासिस्ट अनिल कुमार को मार्टिनगंज स्थानान्तरित कर दिया। डॉ कुमार ने जब मरीजों एव तीमारदारों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में पूछा तो लोगों ने बताया कि चिकित्सक समय से नहीं आते और सभी दवा बाहर से लिखते हैं।
उन्होंने प्रसव कक्ष का भी निरीक्षण किया जहां स्टॉफ़ नर्स के यूनिफॉर्म में नहीं रहने पर भी कड़ा ऐतराज जताते हुए दुबारा इसकी पुनरावृत्ति होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। सीएमओ ने अंत में ठेकमा स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। जहां चिकित्सक डॉ जैनेन्द्र मिश्रा, एचईओ दिनेश यादव, अजय प्रताप सिंह, फार्मासिस्ट अर्चना राय व भावना राय स्टाफ़ नर्स अनुपस्थित पाई गई। प्रसव कक्ष में जंग लगी टेबल एव कुछ कमरों में कबाड़ देख मुख्य चिकित्साधिकारी भड़क गये।
इन अनियमितताओं को अविलम्ब सुधारने का निर्देश देते हुए उन्होंने सभी अनुपस्थित चिकित्सक एव कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब कर दिया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने सभी विभागीय चिकित्सकों एंव कर्मचारियों को आगाह करते हुए कहा कि मेरे औचक निरीक्षण का कार्यक्रम ऐसे ही चलता रहेगा और यदि कहीं कोई दुर्व्यवस्था या अनियमितता मिली तो तत्काल कार्रवाई की जायेगी।
BY- RANVIJAY SINGH