नगर के सिविल लाइन स्थित भारत पेट्रोल पंप पर आप वाहन में पेट्रोल डलवाने जाएंगे तो यहां कस्टमर अटेंडर (customer attendant) के रूप में कंचन, सुमन व स्वाति मिलेगी। इन्हें देख आपको थोड़ा अचरज होगा लेकिन आत्मविश्वास (Confidence) से भरी ये युवतियां नोजल लिए पूछती हैं सर आपके वाहन में कितना पेट्रोल डालें। ये अन्य कर्मचारियों की तरह दक्षता से अपनी ड्यूटी पूरी करती हैं। कंचन, सुमन व स्वाती ने यह धारणा बदलने की कोशिश की है कि महिलाएं, शिक्षिक, बैंक अथवा ऑफिस जैसे कामों के लिए ही ठीक है।
बिलरियागंज की रहने वाली ये तीन युवतियां पेट्रोल पंप पर कस्टमर अटेंडर (customer attendant) बन उस फील्ड में पैर जमाया है जहां सिर्फ पुरुषों को ही देखा जा रहा है। बेझिझक न सिर्फ वह यह कार्य आजीविका चला रही हैं बल्कि उन्होंने अन्य युवतियों व महिलाओं के लिए भी रोजगार के नए अवसर सामने ला दिए हैं।
तीनो युवतियां इस कार्य को गर्व और संतुष्टि के साथ करती हैं। पंप संचालक व साथी कर्मचारियों के सहयोग के कारण कार्य स्थल में मिले स्वस्थ वातावरण ने उनके आत्मविश्वास को और बढ़ा दिया है। उनका मानना है कि कोई कार्य छोटा-बड़ा नहीं होता। मायने यह बात रखती है कि आपका स्वाभिमान और सम्मान जिंदा रहना चाहिए।