आजमगढ़

योगी राज में चौबीस घंटे में दूसरी हत्या सहमे अखिलेश के गढ़ के लोग

बैंक मित्र की हत्या के मामलें में दारोगा की संदिग्ध भूमिका को लेकर हुए हंगामें क बाद पुलिस द्वारा हत्या का मुकदमा दर्ज कर दारोगा को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है।

आजमगढ़Oct 17, 2019 / 07:26 am

sarveshwari Mishra

विनय सिंह सोमवार दोपहर में इटाए बाजार से अपनी बाइक से घर जा रहे थे

आजमगढ़. पूर्व सीएम अखिलेश यादव के संसदीय जिले में चैबीस घंटे में हुई दो हत्याओं से लोग सहमें हुए है। मंगलवार की रात जहां एक बैंक मित्र की हत्या कर बदमाशों ने सवा लाख लूट लिया वहीं बुधवार की रात एक पान के दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। बैंक मित्र की हत्या के मामलें में दारोगा की संदिग्ध भूमिका को लेकर हुए हंगामें क बाद पुलिस द्वारा हत्या का मुकदमा दर्ज कर दारोगा को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है। वहीं समाजवादी पार्टी यादव और अल्पसंख्यक युवक की हत्या को मुद्दा बनाकर मैदान में उतर चुकी है। इससे जिले का माहौल गरम होता दिख रहा है।
बता दें कि निजामाबाद थाना क्षेत्र के शहरिया गांव निवासी कलीम 35 पुत्र हकीक की गांव के मोड़ पर पान की दुकान थी।
बुधवार की रात करीब 9 बजे एक व्यक्ति उसके दुकान पर पान खाने पहुंचा था इसी दौरान बाइक सवार दो लोग आये और कलीम को गोली मार दिये। युवक की हत्या की सूचना के बाद एसपी सहित तमाम अधिकारी मौके पहुंचे और स्थिति को संभालते हुए पीड़ित परिवार को न्याय का अश्वासन देकर शवको पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक की हत्या किसने की और क्यों की गयी यह अबुझ पहेली बना हुआ है।

वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को कप्तानगंज थान क्षेत्र में बैंक मित्र की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। बैंक मित्र की हत्या करने वाले बदमाशों ने उससे सवा लाख रूपये लूट लिया था। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर लोग सवाल उठा रहे हैं । ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद पुसिल ने बैंक मित्र की हत्या मामले में एक दारोगा के खिलाफ हत्या का मामला पंजीकृत किया है। यह मामला इतना तूल पकड़ चुका है कि अधिकारियों की हालत सांप छछुन्दर वाली हो गयी है। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वे कुछ बोलने से कतरा रहे है। वहीं कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे विपक्षियों को मौका मिल गया है। सपा के लोग इन हत्याओं का साजिश मान रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और साजिश के तहत पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यकों की हत्या करायी जा रही है। वैसे इस मामले में पुलिस कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि हत्या के कारणों की जांच की जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
BY-Ranvijay Singh

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