बता दें कि 03 अगस्त 2022 को यूपी एटीएस ने मुबारकपुर कस्बा के अमिलो मुहल्ला निवासी सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था। एटीएस के मुताबिक सबाउद्दीन ISIS का आतंकी है। उसने स्वतंत्रता दिवस पर देश में बड़े धमाकों की साजिश रची थी। एटीएस ने उसके पास से IED बनाने का सामान भी बरामद किया था। वहीं एटीएस ने मुबाकरपुर से उठाए गए दो अन्य लोगों को जांच के बाद छोड़ दिया था।
अब इस मामले में राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल कूद पड़ी है। उलेमा कौंसिल का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी के पुत्र होजैफा आमिर रशादी के नेतृत्व में सबाउद्दीन के घर पहंुचा था। प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता परिवार के लोगों से बातचीत की उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। परिजनों ने बताया कि सबाउद्दीन बेगुनाह है। सीधा साधा नौजवान घर पर रहकर हैंडलूम पर कढ़ाई का काम करता था।एटीएस वाले बोले थे कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे लेकिन उन्होंने उसे जेल भेज दिया।
वहीं सबाउद्दीन के घर से लौटने के बाद राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी के पुत्र होजैफा आमिर रशादी कहा कि सबाउद्दीन निर्दोष है। पार्टी ने उसे हर तरह से कानूनी सहायता उपलब्ध कराने का फैसला किया है। एटीएस और सरकार नौजवानों को जानबूझ कर निशाना बना रही है लेकिन हम ऐसे नौजवानों के साथ खड़े हैं जिन्हें फर्जी ढंग से फसाया जा रहा है।