आजमगढ़ के साथ ही अलीगढ़ और सहारनपुर में भी एक-एक राज्य विश्वविद्यालय बनाए जाएंगे। पूर्वांचल का बड़ा जिला होने के चलते सालों से आजमगढ़ में एक अदद विश्वविद्यालय की मांग लगातार की जाती रही। 2012 में समाजवादी पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो सपा ने आजमगढ़ से सबसे अधिक सीटें जीतीं। इसके बाद यहां के लोगों को एक उम्मीद बंधी थी कि सरकार उनकी युनिवर्सिटी की मांग जरूर पूरी करेगी। पर पांच साल सरकार चलाने के बावजूद सपा सरकार में युनिवर्सिटी नहीं मिली।
2017 में योगी सरकार बनने के बाद युनिवर्सिटी की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हो गया। इसको लेकर तमाम तरह के आश्वासन दिये गए और आखिरकार योगी सरकार ने अपने 2020 के बजट में यह मांग मानते हुए इसकी घोषणा करदी।
बजट में पूर्वांचल के लिये सौगात
- आजमगढ़ में नए राज्य विश्वविद्यालय की घोषणा
- प्रयागराज में मेला युनिवर्सिटी की स्थापना
- वाराणसी में 180 करोड़ रुपये की लागत से सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना
- गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय का प्रस्ताव
- वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के लिये 200 करोड़ की व्यवस्था
- गोरखपुर के रामगढ़ ताल में वाटर स्पोर्ट्स के लिये 25 करोड़ रुपये
- गोरखपुर तथा अन्य शहरों के लिये मेट्रो रेल के लिये पस्ताव तैयार किये जा रहे हैं इसके लिये 200 करोड़ की व्यवस्था की गयी है।