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UP Weather Update :अगले पांच दिन बादल खेलेंगे आंख मिचौली, तेज बरसात की उम्मीद नहीं

locationआजमगढ़Published: Jul 21, 2021 09:40:42 am

लगातार बढ़ रही उमस और तेज गर्मी से अभी राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक अगले पांच दिन आसमान मेें बादल छाए रहेंगे तथा हल्की बारिश की संभावना है।

प्रतीकात्मक फोटो

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. आम आदमी को अभी मौसम की मार से छुटकारा मिलने की उम्मीद नहीं है और ना ही किसानों के अच्छी बरसात की आस पूरी होने वाली है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले पांच दिन आसमान में धने काले बादल छाये रहेंगे। इस दौरान हल्की बरसात होने की संभावना है। यानि की तेज बरसात के लिए अभी और इंतजार करना होगा।

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के मौसम वैज्ञानिक डा. तेज प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजना के अंतर्गत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अगले 5 दिनों में पूर्ण रूप से बादल छाए रहने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

इस दौरान अधिकतम तापमान 32-35℃ व न्यूनतम तापमान 24-27℃ तथा आर्द्रता 45-80 फीसद के मध्य रहेगी । हवा सामान्य से मध्यम गति के साथ अगले दो दिन पश्चिम से पूर्व तथा उसके अलांवा बाकी तीन दिन पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर चलने की संभावना है।

किसानों के लिए सुझाव
धान-
उसर भूमि में धान की रोपाई के लिए 15×10 सेंटीमीटर के दूरी पर 35 से 40 दिन पुरानी नर्सरी प्रति स्थान पर चार से पांच पौध की रोपाई करें ।

धान-
धान में खैरा रोग के लक्षण दिखाई देने पर प्रति हेक्टेयर 5 किग्रा जिंक सल्फेट व 2.5 किग्रा चूना प्रति 800 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

पशुपालन-
पशुओं में अठई रोग की रोकथाम के लिए ब्यूटाक्स दवा की 1 से 2 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी की दर से मिलाएं व उसी पानी से पशुओं को नहलाएं।

धान-
धान की फसल में खरपतवार नियंत्रण हेतु बुवाई के 20 दिन बाद प्रति एकड़ की दर से बिस्पाइरिक बाई सोडियम (नॉमिनी गोल्ड 10ः) की 80 से 100 मिली मात्रा को 150 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

गन्ना-
गन्ने की फसल में मिट्टी चढ़ाने का कार्य इस माह के अंत तक पूरा कर ले।

पशुपालन-
पशुओं को बरसात से बचाने हेतु उनका उचित प्रबंधन करें एवं फर्श तथा बिछावन को सूखा रखें।

बागवानी-
आम अमरूद आंवला नींबू जामुन बेर केला तथा पपीता आदि के पौधों का रोपण करें।

BY Ran vijay singh

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