संयोजक जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि लेखा संवर्ग बेहद संवदेनशील संवर्ग है। जनपद स्तर पर उप्र लेखा संवर्ग के अधीन कार्यरत् अधिकारियों व कर्मचारियों की सदस्यता का चरण शीघ्र ही पूरा होने वाला है। आगामी माह अक्टूबर मे उपासा कार्यकारिणी का चुनाव होने के साथ ही कार्यकारिणी विधिवत् आकार ले लेगी। तदोपरान्त लेखा संवर्ग की स्थानीय समस्याओं को प्रतिनिधि शासन के समक्ष विचारार्थ रख सकेंगी। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि धन प्राप्ति की आकांक्षाएं लेकर बहुतायत लोग लेखा विभागों के चक्कर काटते रहते है, उचित एवं अनुचित दबाव बनाने का बहुतेरे प्रयास करते रहते है। जिससे लेखा संवर्ग के लोगों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। ऐसे में जनमानस के बीच नेतागिरी चमकाने के चक्कर में लेखाकारों के सम्बन्ध में मनगढ़त फर्जी शिकायतें की जाने लगी है,जो सर्वंथा निन्दनीय है। उपासा जान बूझकर परेशान करने की नियत से की जाने वाली शिकायतांे को उपासा ने गंभीरता से लिया है। फर्जी की जाने वाली शिकायतों के सम्बन्ध में उपासा के पदाधिकारी शीघ्र ही जिला प्रशासन से मिलकर उन्हें अवगत करायेंगे। लेखाकारों के प्रति फर्जी शिकायतों की एक स्वर से निंदा करते हुए माहौल खराब करने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्रवाई का आह्वाहन किया गया।
बैठक में अजय कुमार राय, दिनेश कुमार वर्मा, राजेश कुमार गौतम, देवाशीष श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र यादव, दुर्गेश कुमार शर्मा, मनोज कुमार श्रीवास्तव, हेमराज सिंह रमेश कुमार, राजेश त्रिपाठी, मनोज श्रीवास्तव, रामाश्रय, विकास वर्मा, राजेश्वर पांडेय संदीप अस्थाना आदि लेखाकार व ऑडिटर उपस्थित रहे।