रिपोर्ट:-रणविजय सिंह
आजमगढ़। लालगंज तहसील के असाउर टिकर गांव के लोगों की 15 बीघा गेहूं की फसल को प्रशासन ने जेसीबी से रौंदवा दिया। इसकी वजह से दर्जनों परिवारों के समक्ष रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसे लेकर पीड़ित ग्रामीण मंगलवार को पीड़ित पूर्व विधायक बेचई सरोज के नेतृत्व में जिलाधिकारी आवास पर पहुंचे और प्रदर्शन किया और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने जांचकर मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिया।
बृजेश, राकेश, राजू, अजय, अनिल, लालती, रजावती, रामजीत, जयप्रकाश, जगदीश की 15 बीघा गेहूं की फसल खेत में खड़ी थी। प्रशासन ने यह कहते हुए फसल तहस-नहस कर दिया कि यह चरागाह की जमीन है। इसमें रामजीत व बनवासी का मकान भी गिरा दिया गया। यह कार्रवाई नोटिस दिए बिना की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि इसी चरागाह की जमीन पर एक शिक्षण संस्थान भी है। इसको गिराने के लिए हाईकोर्ट की तरफ से नोटिस भी दिया गया, लेकिन इसे नहीं छुआ गया। बेसहारा व असहाय लोगों के नेवाले को रौंद दिया गया। प्रदर्शन करने वालों में दिनेश, पासी, रवींद्र, गुलाब, कविता, ललिता, रजौता, जगदीश, आकाश पासी सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
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