मोलनापुर ग्राम निवासी दो लड़कियों को पिछले कई दिनों से मोबाइल फोन पर काल करके परेशान किया जा रहा था। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने परिजनों को दी। परिजनों द्वारा मनचले युवकों को फोन किया गया तो उन्होंने उनसे अभद्र तरीके से बात की। इस बात की शिकायत लेकर पीड़ित पक्ष जहानागंज थाने पहुंचे। थाने पर मौजूद पुलिसकर्मी ने जब फोन करने वाले युवकों से वार्ता किया तो उसके साथ भी अभद्रता की गई।
इसके बाद निराश परिजन वापस घर लौट गए। शुक्रवार की रात दोनों मनचले युवक पीड़ित लड़कियों से मिलने के लिए मोलनापुर गांव पहुंच गए। इस बात की जानकारी गांव के लोगों को हुई तो दोनों को घेरेबंदी कर पकड़ लिया गया। ग्रामीणों ने हाथ आए दोनों युवकों को जमकर धुना और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। पकड़े गए आरोपियों में श्यामसुंदर ग्राम परमेश्वरपुर थाना सिधारी तथा नरसिंह ग्राम देवईत थाना मेंहनगर के निवासी बताए गए हैं। शनिवार को आरोपियों के खिलाफ पीड़ित पक्ष द्वारा थाने में तहरीर दी गई। पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
यह भी पढ़ें
तो कभी नहीं खुलेगा डा. सलीम हत्या का राज डॉ. सलीम हत्याकांड को याद करें तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। बकरीद
की पूर्व संध्या पर 22 फरवरी 2001 की रात हत्यारों ने इनके पूरे कुनबे को मौत के घाट उतार दिया था। उस समय जिसने भी इस खूनी खेल को देखा था उसकी आत्मा कांप उठी थी। पुलिस ने घटना को बाबरिया गिरोह का कारनामा बताकर पल्ला झाड़ लिया था। रिश्तेदारों के प्रयास से सीबीआई जांच शुरू हुई लेकिन आज तक न्याय नहीं हो सका। अब तो परिवार के लोग भी न्याय की उम्मीद छोड़ चुके हैं। आजमगढ़ से रणविजय सिंह की रिपोर्ट