बताते हैं कि लगभग दो सप्ताह पहले रौनापार निवासी संजीव कुमार का एक्सीडेंट रिजवान अहमद के वाहन से हो गया था। विश्व हिंदू महासंघ के जिला महामंत्री आशीष गुप्ता संजीव कुमार की पैरवी कर रहे थे। वहीं, रिजवान की पैरवी भाजपा नेता सरवन कर रहे थे। दोनों ही बुधवार को थाने पहुंचे थे।
आशीष गुप्ता का आरोप है कि थानाध्यक्ष रौनापार रिजवान को बचाने में लगे हैं। आशीष पुलिस पर रिजवान के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बना रहे थे। वहीं सरवन रिजवान को निर्दोष बता रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। विहिम के जिला महामंत्री आशीष गुप्ता के साथ उनके समर्थक भी मौजूद थे।
विवाद इतना बढ़ गया कि आशीष और उनके समर्थकों ने थानेदार के समाने ही सरवन निषाद कि थाने में ही जमकर पिटाई कर दी। थानाध्यक्ष ने किसी तरीके से दोनों पक्षों को अलग करके कई लोगों को हिरासत में ले लिया। थाने में मारपीट की जानकारी मिलते ही कई भाजपा नेता मौके पर पहुंच गए।
वहां से किसी तरीके से आशीष गुप्ता और उनके समर्थकों को हटाया गया। पुलिस ने दोनों पक्षो की तहरीर पर सात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। थानाध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने बताया कि एक पक्ष से सरवन निषाद और दूसरे पक्ष से श्याम यादव, विवेक पटेल, दीपू गुप्ता, नीरज गुप्ता, अंकुर गुप्ता और मनोज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एक पक्ष से सरवन निषाद और दूसरे पक्ष से श्याम यादव को गिरफ्तार किया गया है।
BY Ran vijay singh