यूपी में 17 जिलों को बड़ी चुनौती के रूप में लिया जा रहा है। इसमें पूर्वांचल के मिर्जापुर, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी और आजमगढ़ जिला शामिल हैं। यही वजह है कि सोमवार को डब्ल्यूएचओ के दो प्रतिनिधि मुबारकपुर सीएचसी पर पहुंचे थे। उन्होंने सीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही सठियांव पीएचसी प्रभारी के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की। निर्णय लिया गया कि मुबारकपुर कस्बों और आसपास के तीन किमी के दायरे में आने वाले गांवों का सर्वे, लोगों की स्क्रीनिंग के साथ ही सैनिटाइजेशन का कार्य किया जाएगा।
स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के लिए 64 टीमें बनाई गई हैं। सर्दी, जुकाम, खांसी से ग्रसित लोगों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी। सीएचसी प्रभारी डॉ. सी यादव ने बताया कि सर्वे के लिए स्थानीय चिकित्सकों सहित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आसपास के कुछ शिक्षकों और पालिका की टीम का सहयोग लिया जाएगा। तीन दिनों के भीतर ये कार्य पूरा कराया जाना है। स्थानीय तौर पर मैन पावर की काफी कमी है। इस कार्य को पूर्ण कराने में 120 कर्मचारियों जरूरत है। जिला प्रशासन से वार्ता कर मैनपावर को पूरा करने का भी प्रयास किया जा रहा है। अब तक कस्बे में कुल 450 लोगों की नार्मल जांच की जा चुकी है। इसमें कुल 41 लोगों की सैंपलिंग कराई गई है।