नारी शक्ति संस्थान की सचिव डॉ. पूनम तिवारी ने कहाकि जिला महिला अस्पताल में आये दिन ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं। जैसे ही नारी शक्ति संस्थान को सूचना मिली हम तत्काल मौके पर पहुंच गये। मौके पर जिला चिकित्सालय प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही सामने आयी। इसके बावजूद दोषियों पर कोई कार्यवाही नही हो रही है। हालत है कि अस्पताल में तैनात स्टाफ मरीजों और तिमारदारों से सही से बात नही करते हैं। इलाज के नाम पर मरीजों के जिन्दगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है। इलाज में लापरवाही और दुर्व्यवस्था का परिणाम रहा कि मंगलवार की रात प्रसव के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गई। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अस्पताल के डाक्टर और सीएमएस कुछ बोलने को तैयार नही है।
उन्होंने कहाकि जिला अस्पताल में यह पहली घटना नही है। पूर्व में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है लेकिन लापरवाही बरतने वाले एक भी दोषियों पर शासन-प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही किया। जिसका परिणाम अन्य मरीजों को भी भुगतना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल में क्या हो रहा है इसकी अस्पताल की सीएमएस को भी जानकारी नही रहती है। पूरे अस्पताल में लापरवाही और दुव्यवस्था चरम सीमा पर है। इस अवसर पर विजय लक्ष्मी, ममता राय अनीता द्विवेदी, डा मनीषा मिश्रा, सुधा पाण्डेय, सुधा तिवारी, ममता राय, शीला दूबे सहित संस्थान की अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।
By Ran Vijay Singh