भाजपा जिला कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिजली विभाग द्वारा अभियान के नाम पर उपभोक्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है यह बात संज्ञान मेंहै। अभियान के नाम पर कार्रवाई खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की कहावत को चरितार्थ करने जैसी है। बिना निजीकरण के लोगों को सुख-सुविधा नहीं मिल पाएगी। पूरे प्रदेश से उत्पीड़न की शिकायतें मुख्यमंत्री तक भी पहुंच रही है। मुख्यमंत्री ने इसको गंभीरता से लिया है।
उन्होंने कहा कि विद्युत उपभोक्ताओं की सभी समस्याओं का समाधान मार्च महीने तक हो जाएगा। वह बिल से संबंधित हो या फिर विभागीय समस्याओं से जुड़ी हुई हो। उन्होंने बिजली कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार की ओर से दी गई तीन महीने की मोहलत में वे नहीं सुधरे तो निजीकरण तय है। विद्युत उपभोक्ताओं की बेहतरी के लिए निजीकरण किया जाएगा, जिसका फैसला मुख्यमंत्री को लेना है। मंत्री ने कहा कि आजमगढ़ में भी अधिकारियों को बैठक कर कई हिदायत दी गई है कि वे सुधर जाएं।
BY Ran vijay singh