(फोटो कैप्शन: सफाईकर्मियों ने काम बंद कर किया विरोध।)
बड़वानी। अस्पताल में ठेके पर काम कर रहे सफाईकर्मी ठेकेदार की मनमानी से परेशान हो चुके हैं। इन्हें कभी समय पर वेतन नहीं मिलता है और ठेकेदार को कहने जाते हैं तो काम से भगाने की धमकी कर्मचारियों को दी जाती है। बुधवार को भी कर्मचारियों ने अस्पताल में सफाई का काम बंद कर विरोध किया।
इस दौरान जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में सफाई नहीं हो सकी। ठेके पर काम करने वाले 35 से ज्यादा कर्मचारियों के काम बंद करने के बाद यहां सफाई व्यवस्था चरमरा गई। इससे अस्पताल में आने वाले लोगों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कर्मचारियों ने बताया कि अभी त्योहार का समय है, ऐसे में समय पर वेतन नहीं मिलेगा तो हम घर कैसे चलाएंगे। इनका कहना था कि जब तक वेतन नहीं मिलता काम बंद रख विरोध करेंगे।
हर महीनें की है समस्या
ठेके पर काम कर रहे सफाईकर्मियों ने बताया कि हर महीनें उनके सामने ऐसी ही समस्या आती है। ठेकेदार को हर माह 6 तारीख तक वेतन देना रहता है लेकिन 25 तारीख तक कर्मचारियों को वेतन ही नहीं दिया जाता है। कर्मचारियों का कहना था कि वेतन नहीं मिलने से घर चलाने में भी समस्याएं आती है। हम काम करने के बाद वेतन मांगते हैं, उसमें भी हमें बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं। ऐसे में अब काम बंद करना ही ठीक लगा तो हमनें काम बंद कर विरोध किया।
नहीं मिलती है छुट्टी ठेकेदार काट लेता है पगार
अस्पताल में काम बंद कर विरोध कर रहे सफाई कर्मियों का कहना था कि हमें प्रति माह दो अवकाश मिलते हैं। ठेकेदार हमें छुट्टी भी नहीं देता है। हमारे घर में कुछ काम आ जाए और हम जिस काम पर नहीं आएं, उस दिन का वेतन काट लिया जाता है। वेतन भी ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से काटा जाता है। अब हम इन सबसे परेशान हो चुके हैं।
कई बार अधिकारियों से की शिकायत
इन सब समस्याओं के संबंध में सफाईकर्मियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से भी कर चुके हैं। इसके बाद भी हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं है। अब आखिर हम अपनी समस्या किसे बताएं। ऐसा ही चनता रहा तो हम लोग अपना घर कैसे चलाएंगे।
इनका कहना है
सैलरी के लिए निर्देश दिए हैं। ठेकेदार का कार्यकाल समाप्त होने वाला हैं, हम उसका ठेका अब रीनिवल नहीं करेंगे।
-दीपक आर्य, एसडीएम बड़वानी व जिला अस्पताल नोडल अधिकारी