बड़वानीPublished: Apr 07, 2022 06:26:21 pm
vishal yadav
एसडीएम ने निर्मित स्टॉपडेम का किया निरीक्षण, भेजा कार्रवाई का प्रतिवेदन, निर्माण एजेंसी को 5 दिनों में बताई गई कमियों को दूर करवाने के दिए निर्देश
बड़वानी. ग्राम पंचायत बडग़ांव के भुरजी फलिया में 15वां वित्त योजना से निर्मित स्टॉप डेम का एसडीएम घनश्याम धनगर ने निरीक्षण किया। इस पर उसे प्रथम दृष्टियां अनुउपयुक्त पाने पर उसकी जांच जनपद पंचायत बड़वानी के सहायक यंत्री से करवाई थी। जांच में सहायक यंत्री ने भी एसडीएम द्वारा बताई गई कमियों को सही पाते हुए निर्माण एजेंसी को आगामी 5 दिनों में बताई गई कमियों को दूर करवाने का निर्देश दिया है।
जांच के दौरान सहायक यंत्री ने पाया कि ग्राम पंचायत द्वारा 7.54 लाख रुपए की लागत से निर्मित इस स्टाप डेम की साइट वाल, फेस वाल से नीचे है। जो तकनीकी निर्देशों के सर्वथा विपरित है। इसी प्रकार निर्मित स्टॉप डेम की साइड वाल भी पर्याप्त लंबाई की नहीं बनाई गई है, जिससे दोनों साइड से पानी निकलने की हमेशा आशंका रहेगी। जिसके कारण स्टाप डेम में उचित मात्रा में पानी का संग्रह भी नहीं हो पाएगा। इस पर सहायक यंत्री ने निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को अगले 5 दिनों में स्टॉप डेम के दोनों तरफ साइड वाल को फेस वाल से 45 सेंटीमीटर उपर करवाने एवं पश्चिम साइड में 20 मीटर लंंबाई एवं पूर्व साइड में 8.50 मीटर लंबाई की साइड वाल बनवाने, साथ ही पश्चित दिशा में पत्थर की वाल भी 28 मीटर लंबी बनाने के निर्देश दिए है, जिससे इस स्टॉप डेम निर्धारित मापदंड अनुसार होकर ग्रामीणो के लिए उपयुक्त बन सके।
एसडीएम ने सहायक यंत्री की जांच के बाद दोषियों से उक्त सुधार कार्य करवाने, दोषियों से इस कृत के लिए उपयोग की गई राशि वसूली करने एवं उनके विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने का प्रतिवेदन उच्च स्तर पर प्रेषित किया है।
ग्रामीणों की शिकायत पाई गई सही
एसडीएम घनश्याम धनगर ने सजवानी गांव में तीन आंगनवाड़ी, सेग्रीगेशन शेड, ओपन शेड निर्माण में कोताही बरतने की शिकायत प्राप्त होने पर कुछ दिनों पूर्व स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया था। जहां पर ग्रामीणों की शिकायत को सही पाते हुए जनपद पंचायत बड़वानी के तकनीकी विशेषज्ञों से शिकायत कि विस्तृत जांच करवाई थी। तकनीकी दल ने निरीक्षण के बाद भेजे प्रतिवेदन में उक्त कार्यों में कई कमियां पाई है। जिसके आधार पर एसडीएम ने लापरवाही प्रदर्शित करने वाले सचिव-सरपंच से मूल्यांकन के बाद शेष राशि वसूलने एवं दोनों के विरुद्ध नियमानुसार अन्य कार्रवाई करने का प्रतिवेदन उच्च स्तर पर प्रेषित किया है।