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जिले में पायलट का ट्रायल सफल, अब प्रदेशभर की स्कूलों में प्रोजेक्ट होगा लागू

locationबड़वानीPublished: Oct 09, 2022 04:51:49 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

11 अक्टूबर से कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों की लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, डेढ़ माह पूर्व जिले में शुुरु हुई थी व्यवस्था, प्रशासन की सक्रियता से व्यवस्था में आया बेहतर सुधार

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विशाल यादव...
बड़वानी. शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 52 में से तीन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत अगस्त के आखिरी सप्ताह से स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी का ट्रायल शुरु किया था। इसमें बड़वानी जिला भी शमिल था। यहां जिले में बीते डेढ़ माह के दौरान प्रशासन ने शिक्षा विभाग के माध्यम से स्कूलों में लगातार मॉनिटरिंग की। इसके सुखद परिणामों के उपरांत अब यह व्यवस्था 11 अक्टूबर से प्रदेशभर के सभी जिलों में लागू हो रही हैं।
जिले में भी 11 अक्टूबर से एक परिसर-एक शाला अंतर्गत 2668 स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था और पुख्ता होगी। बता दें कि 29 अगस्त से बड़वानी सहित शाजापुर व छिंदवाड़ा में पायलट प्रोजेक्ट से यह व्यवस्था शुरु की हैं, जिसमें काफी हद तक सुधार देखने को मिला हैं। बड़वानी जिले में कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने शिक्षा विभाग के माध्यम से स्कूलों में सतत मॉनिटरिंग व निरीक्षण करवाए गए। इसमें अनियमितताएं भी सामने आई। कई जगह शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे थे, तो कई जगह अनुपस्थित मिले थे। वहीं कई जगह स्कूलों में बच्चे शाला आकर लौट जाते थे, तो स्कूल समय पर नहीं खुल रहे थे। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन हॉजिरी से अब काफी हद तक इन व्यवस्थाओं में सुधार आया हैं।
आरएसके ने बनाया हैं मोबाइल एप्प
जानकारी के अनुसार यह व्यवस्था 11 अक्टूबर से जिले की सभी स्कूलों में अनिवार्य रुप से लगाू होगी। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र (आरएसके) ने आदेश जारी कर दिए हैं। ऑनलाइन अटेंडेंस मोबाइल एप एम शिक्षामित्र के माध्यम से लगाई जाएगी। बता दें कि विभाग ने ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए मोबाइल ऐप तैयार किया है। ऐप को प्लेस्टोर से डाउनलोड कर प्रधानाध्यापक व संस्था प्रभारी बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे। इस व्यवस्था से एक फायदा और होगा कि मध्याह्न भोजन बनाने वाले स्व सहायता समूह या अन्य संस्था बच्चों की फर्जी संख्या दर्शाकर राशि निकाल नहीं कर सकेंगी। कोरोनाकाल के बाद सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने के कारण राज्य शिक्षा केंद्र ने यह निर्णय लिया है। इस व्यवस्था से जिले के शासकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों की ऑनलाइन अटैंडेंड होगी।
यह हैं उद्देश्य
छात्रों की दैनिक उपस्थिति के लिए सिस्टम विकसित कर छात्रों की औसत उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए गुणवत्ता युक्त शिक्षा को प्रभावी बनाना। कमजोर उपस्थिति वाले छात्रों की जानकारी एकत्रित कर कारणों का अध्ययन करते हुए युक्तियुक्त समाधान तैयार करना। मॉनिटरिंग तंत्र को प्रभावी और उत्तरदायी बनाना।
यह हैं प्रक्रिया
विभाग द्वारा ऑनलाइन हॉजिरी सिस्टम के लिए मोबाइल एप्प तैयार किया हैं। एम-शिक्षा मित्र एप्प को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर हाजिरी मॉडयूल के माध्यम से शाला के प्रधानाध्यापक व संस्था प्रभारी बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे। उक्त स्कूल में पदस्थ शिक्षकों व प्राधानाध्यापक की जानकारी एचआरएमआइएस से उपलब्ध होगा। एप्प पर शालावार कर्मियों को जोडऩे व हटाने के लिए डीडीओ से संपर्क कर जानकारी अपडेट की जा सकेगी। जिले के दूरस्थ क्षेत्र में जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं हैं, वहां के लिए एप्प इस तरह डिजाइन किया हैं, जिससे इसे ऑफलाइन उपयोग किया जा सकेगा और यूजर जब नेटवर्क एरिया में आएगा तो डेटा स्वत: अपलोड हो सकेगा।
प्रथम घंटे में हाजिरी दर्ज करना होगी
शाला के प्राधानाध्यापक शाला में पदस्थ शिक्षक व बच्चों की प्रतिदिन हाजिरी मॉडयूल एप्प के माध्यम से शाला शुरु होने के एक घंटे के अंदर छात्रों की उपस्थिति दर्ज करना होगी। शाम 5 बजे बाद बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं की जा सकेगी। एप्प पर कक्षावार शाला में बच्चों की जानकारी समग्र शिक्षा पोर्टल पर दर्ज नामांकन अनुसार होगी।
मोबाइल एप्प की उपयोगिता
हाजिरी ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम का डेस बोर्ड अलग से होगा। इससे प्रतिदिन, साप्ताहिक व मासिक उपस्थिति का जिला, विकासखंड व संकुलवार जानकारी प्राप्त कर उसकी समीक्षा कर कमजोर उपस्थिति वाली शालाओं को चिह्नित कर बढ़ाने का प्रयास होगा। उपस्थिति के आधार पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा का विश्लेषण किया जा सकेगा।

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