लॉकडाउन के बाद अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूर का मप्र में बड़वानी जिले के बिजासनघाट सीमा चौकी पर कई दिनों से जमावड़ा लगा है। यहां हजारों की संख्या में मजदूर अपने पत्नी और बच्चों के साथ अपने घर जाने की कोशिश में लगे हैं।
migrant labour picture during lockdown in mp
बिजासनघाट. लॉकडाउन के बाद अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूर का मप्र में बड़वानी जिले के बिजासनघाट सीमा चौकी पर कई दिनों से जमावड़ा लगा है। यहां हजारों की संख्या में मजदूर अपने पत्नी और बच्चों के साथ अपने घर जाने की कोशिश में लगे हैं। सीएम शिवराज ने आदेश दिया है कि मजदूरों के उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाया जाए, इसके बाद प्रवासी मजदूरों की भीड़ और बढ़ गई है। सीमा में प्रवेश से पूर्व जांच और प्रवेश से रोक के चलते यहां प्रवासियों की भीड़ लग गई है।
ये प्रवासी गुजरात और महाराष्ट्र से यूपी बिहार की ओर जाने वाले हैं। मप्र की शासन द्वारा कुछ मजदूरों को बसों से पहले देवास और उसके बाद अन्य साधनों से उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। चार दिन में करीब 25 हजार मजदूरों को मप्र शासन ने बसों के जरिए उनके घरों तक भेजवाया, इतने ही या इससे अधिक मजदूर अन्य साधन ट्रक, लोडर, साइकिल और पैदल अपने घरों के ओर रवाना हुए।
लॉकडाउन में महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश व बिहार जाने के इच्छुक मजदूर बड़ी बिजासन से मप्र की सीमा में प्रवेश कर रहे है। पिछले 4 दिनों में मध्यप्रदेश की सरकार ने 615 बसों के माध्यम से करीब 25 हजार से अधिक मजदूरों को उनके गृह राज्य तक नि:शुल्क भेजा हैं। भेजने के पूर्व इन मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए उन्हें खाना-पानी भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देशानुसार बड़ी बिजासन से 12 मई को 104 बस के माध्यम से 4200 मजदूर, 13 मई को 110 बसों के माध्यम से 4400 मजदूर, 14 मई को 160 बसों के माध्यम से 6400 मजदूर और 15 मई को 241 बसों के माध्यम से 10478 मजदूरों को देवास भिजवाया गया है। जहां से इन्हें इनके राज्यों में भेजा जा रहा है।
मुख्यमंत्री की घोषणा एवं व्यवस्था अनुसार गुजरात मजदूरी करने गए जिले के मजदूरों को टे्रनों के माध्यम से मेघनगर, रतलाम, खंडवा एवं इटारसी रेल्वे स्टेशन लाया जा रहा है। यहां से इन्हें बसो के माध्यम से जिला मुख्यालय लाकर स्वास्थ्य परीक्षण एवं खाना-पानी कराकर पुन: बसों के माध्यम से इन्हें इनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। अभी तक 8187 मजदूरों को ट्रेनोंं के माध्यम से लाकर 227 बसों के माध्यम से उन्हें, उनके घरों तक पहुंचाया गया है।
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने पुलिस महानिरीक्षक इंदौर विवेक शर्मा के साथ बड़वानी जिले के बिजासन पहुंचकर महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश में प्रवेश करने वाले उत्तरप्रदेश एवं बिहार के मजदूरों को नि:शुल्क बसों के माध्यम से उनके राज्य तक भेजने की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर ही मौजूदा निमाड़ रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक तिलक सिंह, बड़वानी कलेक्टर अमित तोमर, पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार से भी चर्चा कर जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए।