जानकारी के अनुसार गुरुवार को पानसेमल ब्लॉक स्वास्थ्य मेला लगा था। उसमें कई चिकित्सकों की ड्यूटी स्वास्थ्य मेला में लगाई गई थी। इससे अस्पतालों की ओपीडी खाली रही। बता दें कि सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर व अन्य स्टाफ की मनमानी बदस्तूर जारी है। गुरुवार को जिला अस्पताल को ओपीडी में बैठी ग्राम सिलावद की दीपाली बाई ने बताया कि उनके दो बच्चे है। एक तीन वर्षीय बालिका को अधिक बुखार आने पर जिला अस्पताल लेकर आई थी। इस दौरान दोपहर एक बजे आई तो पता चला ओपीडी के डॉक्टर लंच के लिए गए है। इसके बाद तीन बजे तक इंतजार किया, लेकिन शिशुरोग विशेषज्ञ नहीं पहुंचे।
गर्मी में बढ़ती हैं लू की शिकायत व अन्य रोग: बता दें कि इन दिनों तापमान अधिक बना हुआ है। अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज पहुंच रहे है। इनमें 15 फीसदी गर्मी के कारण या लू संबंधित मरीज है। वहीं डायरिया, पेट दर्द, दस्त, बुखार आदि रोग के भी मरीज भी पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी में शरीर के तापमान का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। दिन में गर्म हवा व लू चलने से लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसके कारण बुखार, जीमचलाना,घबराहट जैसी शिकायत हो रही है।
समय पर नहीं पहुंचते, तो आधे समय में उठ जाते हैं
जा नकारी के अनुसार जिला अस्पताल में ओपीडी का निर्धारित समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित है। बीच में डॉक्टरों के लिए लंच टाइम भी रखा जाता है, लेकिन देखने में आ रहा है कि एक ओर सुबह 11 बजे तक अधिकांश डॉक्टर ओपीडी में नहीं पहुंचते। वहीं दोपहर में लंच टाईम के बाद अधिकांश डॉक्टर अस्पताल में नहीं मिलते। बता दें कि इस समस्या को लेकर गत माहों में कलेक्टर ने दौरा कर हकीकत देखी थी और अनुपस्थित डॉक्टरों को नोटिस जारी किए थे, लेकिन अब फिर डॉक्टर अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही दिखाने लगे है।
जा नकारी के अनुसार जिला अस्पताल में ओपीडी का निर्धारित समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित है। बीच में डॉक्टरों के लिए लंच टाइम भी रखा जाता है, लेकिन देखने में आ रहा है कि एक ओर सुबह 11 बजे तक अधिकांश डॉक्टर ओपीडी में नहीं पहुंचते। वहीं दोपहर में लंच टाईम के बाद अधिकांश डॉक्टर अस्पताल में नहीं मिलते। बता दें कि इस समस्या को लेकर गत माहों में कलेक्टर ने दौरा कर हकीकत देखी थी और अनुपस्थित डॉक्टरों को नोटिस जारी किए थे, लेकिन अब फिर डॉक्टर अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही दिखाने लगे है।
दोपहर बाद खाली नजर आए केबिन
पत्रिका टीम ने दोपहर दो से तीन बजे तक ओपीडी का मुआयना किया तो अधिकांश केबिन खाली दिखे। डॉक्टरों के पटल पर कारण लिखे नजर आए। इसके तहत डॉ. एलएस ठाकुर कोर्ट पेशी पर गए थे। अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. चेतन ब्राह्मणे, डॉ. चंद्रशेखर पाल, डॉ. दिपक अवास्या, डॉ. राकेश पाटीदार, डॉ. अनुपम बत्रा, डॉ. नितिन पटेल, डॉ. जीएस सोलंकी, शिशु रोग विशेषा डॉ. कीर्तिसिंह चौहान, डॉ. पुष्पेंद्र सतपुड़ा व डॉ. इति उद्ेनिया अपने कैबिनों में नहीं दिखे।
पत्रिका टीम ने दोपहर दो से तीन बजे तक ओपीडी का मुआयना किया तो अधिकांश केबिन खाली दिखे। डॉक्टरों के पटल पर कारण लिखे नजर आए। इसके तहत डॉ. एलएस ठाकुर कोर्ट पेशी पर गए थे। अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. चेतन ब्राह्मणे, डॉ. चंद्रशेखर पाल, डॉ. दिपक अवास्या, डॉ. राकेश पाटीदार, डॉ. अनुपम बत्रा, डॉ. नितिन पटेल, डॉ. जीएस सोलंकी, शिशु रोग विशेषा डॉ. कीर्तिसिंह चौहान, डॉ. पुष्पेंद्र सतपुड़ा व डॉ. इति उद्ेनिया अपने कैबिनों में नहीं दिखे।