रात्रि के समय पर गांव में काट दिया पेड़: ग्राम तलवाड़ा बुजुर्ग निवासी मोतीलाल अगलचा ने आवेदन देकर बताया कि उनकी कृषि भूमि में 70 वर्ष पुराने हरे-भरे पेड़ को बिना उनकी अनुमति के जगदीश पिता अगलचा द्वारा 18 अप्रैल की रात्रि को कटवा दिया। अत: पेड़ काटने वाले को दंडित किया जाए। ग्राम बोकराटा निवासी प्रकाश लालङ्क्षसह तिखले ने आवेदन देकर बताया कि उनके 3 वर्षीय पुत्र का लेटरिन का रास्ता शरीर में बंद है। उसका इलाज एमवाय अस्पताल इंदौर में चल रहा है। जहां पर डॉक्टरों का कहना है कि उसका आपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के लिए 2 लाख रुपए का खर्च बताया है। उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि उनके पुत्र का इलाज करवा सके। अत: शासकीय योजनाओं के तहत उनके पुत्र का इलाज करवाया जाए। चितावल निवासी फुंजीबाई ने बताया कि वे 30-40 वर्षों से चितावल में ही अपने पति के साथ निवास कर रही है। उनके पति का स्वास्थ्य खराब होने से वे उन्हें इलाज के लिए इंदौर ले गई, जहां पर उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। जब वे पुन: चितावल आई तो उनके मकान पर बसु पति नानूराम व शीतल पिता नानूराम ने मकान तोडक़र कब्जा कर लिया है, और वे उन्हें उनके मकान में रहने नहीं दे रहे हैं। वहीं ग्राम बडग़ांव निवासी प्रताप पिता नुरजी मेहता ने बताया कि उनका आधार कार्ड व वोटर कार्ड नहीं होने से उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। उन्होंने वोटर कार्ड एवं आधार कार्ड बनवाने गए, लेकिन उनका आधार व वोटर कार्ड नहीं बन पा रहा है।
गैरहाजिर को दे दिया जनरल प्रमोशन
ङ्क्षह गवा निवासी वर्षा शोभाराम ने बताया कि वे गांव की शासकीय हाईस्कूल में कक्षा 10वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत थी। कोरोना महामारी से वार्षिक परीक्षा नहीं होने के कारण शासन नेा जनरल प्रमोशन दिया था। उनकी शाला में उनके ही नाम की एक ओर लडक़ी अध्ययनरत थी, जो शाला से अनुपस्थित रहती थी। जब मार्कशीट आई तो उन्हें पता चला कि जो छात्रा शाला से अनुपस्थित रहती थी, उसे उत्तीर्ण कर दिया और उन्हें अनुत्तीर्ण कर दिया। इस बारे में उन्होंने सितंबर 2021 में संस्था प्राचार्य एवं बीइओ से भी संपर्क किया तो उनके द्वारा कहा गया कि गलती का सुधार माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल से करवा देंगे, लेकिन अभी तक उनकी मार्कशीट में कोई सुधार नहीं हुआ। इससे वे आगामी कक्षा में पढ़ाई नहीं कर पा रही है।
ङ्क्षह गवा निवासी वर्षा शोभाराम ने बताया कि वे गांव की शासकीय हाईस्कूल में कक्षा 10वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत थी। कोरोना महामारी से वार्षिक परीक्षा नहीं होने के कारण शासन नेा जनरल प्रमोशन दिया था। उनकी शाला में उनके ही नाम की एक ओर लडक़ी अध्ययनरत थी, जो शाला से अनुपस्थित रहती थी। जब मार्कशीट आई तो उन्हें पता चला कि जो छात्रा शाला से अनुपस्थित रहती थी, उसे उत्तीर्ण कर दिया और उन्हें अनुत्तीर्ण कर दिया। इस बारे में उन्होंने सितंबर 2021 में संस्था प्राचार्य एवं बीइओ से भी संपर्क किया तो उनके द्वारा कहा गया कि गलती का सुधार माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल से करवा देंगे, लेकिन अभी तक उनकी मार्कशीट में कोई सुधार नहीं हुआ। इससे वे आगामी कक्षा में पढ़ाई नहीं कर पा रही है।