-लोगों की लापरवाही जल स्तर में गिरावट के रूप में मिल रहा, जमीन के गिरते जलस्तर को बनाए रखने का सबसे अच्छा साधन है वॉटर हॉर्वेस्टिंग
बड़वानी•May 12, 2023 / 11:41 am•
harinath dwivedi
water harvesting system
बड़वानी/सेंधवा.
गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी की किल्लत होने लगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों लोग पानी के लिए परेशान हो ही रहे है। नगर में भी सैकड़ों निजी बोरिंग सुख चुके है या सूखने की कगार पर है। बारिश के मौसम में पानी की बचत नहीं करने पर वर्तमान में ये तकलीफ वाले हालात बने है। निजी भवनों के निर्माण के समय Á को लागू करने को लेकर लोग गंभीर नहीं है। पिछले कई वर्षों से भवन निर्माण के दौरान ही वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम को लागू करने को लेकर गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे है। नतीजा ये है कि पिछले 10 वर्षों में शहर का जल स्तर लगातार गिर रहा है।
गंभीरता से समझना होगा सिस्टम
वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम का क्या फायदा होता है। इसको लेकर आम लोगों में जागरुकता की कमी है। नगर में हजारों मकान ऐसे है। जहां बारिश के पानी को सहजने की कोई व्यवस्था नहीं है। पिछले 10 वर्षों में नगर में तेजी से भवन निर्माण हुए है, लेकिन किसी ने भी वर्षाजल को सहेजने में रूचि नहीं दिखाई है। जिसका खामियाजा वर्तमान में भुगतना पड़ रहा है। कई निजी बोरिंग दम तोड़ चुके है। गौरतलब है कि वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम को लगाने के लिए 400 स्क्वेयर फीट की जगह होना जरुरी है।
बेहद कम खर्च में लगा सकते है सिस्टम
फिलहाल नगर के हजारों घर है, जिन्होंने ये सिस्टम नहीं लगाया है। यदि सिस्टम लगा होता तो शायद उन लोगों को पानी की परेशानी नहीं होती जिनके घरों में खुद के बोरिंग है। कई सरकारी भवनों में सिस्टम नहीं लगाया गया है। जानकारों का कहना है कि पानी बचाने का सिस्टम बनाने के लिए अधिक खर्च नहीं होता है। कुछ पाइप सहित पानी सूखने के लिए तकनीकी रूप से बनाए गए स्ट्रक्चर में पानी सहेजा जाता है। इससे जल स्तर बढ़ता है।
ऐसे काम करता है वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम
बारिश के पानी एकत्रित कर जमीन में पाइप के माध्यम से उतारना वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम कहलाता है। ये सिस्टम इस्तेमाल करने से जमीन का जलस्तर कम नहीं होता। कई बड़े शहरों में वाटर हवेस्टिंग सिस्टम को अनियारी किया गया है। जिसके बेहतर नतीजे भी देखने को मिले है।