दरअसल जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय का बेटा कस्बा बडौत में कोचिंग करने के लिए आया था। जहां दर्जनों दबंग युवकों ने उसे घेर लिया और उसके साथ मारपीट की। जिससे वह घायल हो गया। हालाकि स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस उसे थाने ले आयी और इतने में बीजेपी जिलाध्यक्ष मौके पर पहुंच गए और अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया।
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वहीं अब थाने में पहुंचे बीजेपी के जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय ने पुलिस पर मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। जिला अध्यक्ष ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि इससे पहले भी उनके बेटे पर कुछ युवकों ने जानलेवा हमला किया था और पुलिस उसे अस्पताल में छोड़कर चली आयी थी। और अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गई। जबकि नामजद रिपोर्ट की गई थी लेकिन सीओ बडौत ने आरोपियों से मिलीभगत कर मामले में कार्रवाई नहीं की।
वहीं अब थाने में पहुंचे बीजेपी के जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय ने पुलिस पर मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। जिला अध्यक्ष ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि इससे पहले भी उनके बेटे पर कुछ युवकों ने जानलेवा हमला किया था और पुलिस उसे अस्पताल में छोड़कर चली आयी थी। और अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गई। जबकि नामजद रिपोर्ट की गई थी लेकिन सीओ बडौत ने आरोपियों से मिलीभगत कर मामले में कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने ये भी कहा कि वो इतने डए हुए हैं क्योंकि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सीओ कार्रवाई नहीं करने दे रहा है और अगर मेरे बेटे को कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार सीओ बडौत होंगे। इस दौरान उन्होंने सीओ बडौत से भी खुद को खतरा बताया। वहीं जिला अध्यक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों को गम्भीरता से लेते हुए जिला अधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है।