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दिल्ली में प्रदूषण के चलते यूपी के इस जिले में ईंट भटठा मालिकों को प्रतिदिन लग रही करोडों की चपत

locationबागपतPublished: Nov 19, 2021 04:09:47 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

राजधानी दिल्ली में दिनोंदिन प्रदूषण की स्थिति भयावह होती जा रही है। जिसके कारण सरकार ने काफी प्रतिबंध लगाए हैं। इन्हीें प्रतिबंधों में से एक है यूपी के ट्रकों की दिल्ली के भीतर नो एंट्री। जिसके चलते बागपत जिला का ईंट भटठा उद्योग प्रभावित हो रहा है।

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बागपत। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए आप सरकार ने कई चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध का असर वाहनों पर भी पड़ा है। सरकार ने यूपी की ओर से दिल्ली में घुसने वाले ट्रकों पर रोक लगा दी है। जिसके चलते इसका सबसे अधिक प्रभाव ईंट भटठा मालिकों पर पड़ रहा है।
बता दे कि दिल्ली और एनसीआर में ईंट की 80 प्रतिशत सप्लाई बागपत से होती है। ट्रकों के दिल्ली में घुसने से प्रतिबंध लगने पर बागपत का भट्ठा व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है। एक दिन में भटठा मालिकों केा 350 करोड़ रुपये की चोट लगी है।
पश्चिमी उप्र से जाने वाले ट्रकों को सीमा पर रोका
पश्चिमी उप्र के जिलों बागपत,हापुड,मेरठ,शामली आदि से दिल्ली जाने वाले ट्रकों को सीमा पर ही रोका जा रहा है। इन ट्रकों में सर्वाधिक ट्रक ईंट से भरे हुए हैं। जिससे बागपत के ईंट भट्ठा व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। बता दे कि अकेले बागपत में ही करीब 450 ईंट भट्ठे हैं जो कि दिल्ली और एनसीआर में ईंट की जरूरतों को पूरा करते हैं। ये सभी भटठे इस समय चल रहे हैं।
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इन भट्ठों से करीब एक हजार ट्रक रोजाना दिल्ली और एनसीआर में ईंट सप्लाई करते है। बागपत के ईंट भटठा संघ के अनुसार एक ट्रक में करीब छह हजार ईंट जाती है और इस तरह से साठ लाख ईंट रोजाना दिल्ली में सप्लाई होती है। यह साठ लाख ईंट करीब 350 करोड़ रुपये की होती है। इस समय ईंटों की सप्लाई पूरी तरह से ठप है। यहां से ईंटों की सप्लाई दिल्ली में सबसे ज्यादा होती है तो नोएडा व गाजियाबाद भी काफी ईंट सप्लाई की जाती है। लेकिन इन सभी जगहों पर ईंट सप्लाई पर रोक लगी हुई है। अगर प्रदूषण कम नहीं होता तो इस रोक को दिल्ली सरकार और बढ़ा सकती है। यदि यह रोक बढ़ती रही तो भट्ठा व्यवसाय की हालत खस्ता हो जाएगी।

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