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दिसंबर से भीषण ठंड (Winter) की मार झेल रहे लोगों को अभी राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। भारीतय मौसम विभाग (INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT) की मानें तो पश्चिमी विक्षोप की वजह से गाजियाबाद व पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री से नीचे जा सकता है। हालांकि, बुधवार को बागपत में तेज बारिश हुई। मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को भी जारी रही। एक तरफ जहां गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, बिजनौर में रुक—रुक कर बारिश हुई। वहीं, कई जिलों में बारिश की वजह से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। दिसंबर 2019 में पड़ी ठंड ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ा था। पश्चिमी यूपी में मुजफ्फरनगर, नोएडा समेत कई जिलों का न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री तक पहुंचा। अभी भी बर्फीली हवाओं और कपकपी से निजात नहीं मिलती दिखाई दे रही है।
भारीतय मौसम विभाग (INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT) के मुताबिक, वेस्ट यूपी के कई जिलों में अगले 72 घंटे तक हल्की बारिश होने की संभावना है। फिलहाल न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 व 4 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा रही है। पहाड़ों पर जारी बर्फबारी का असर वेस्ट यूपी में आने वाले दिनों में दिखने का पूर्वानुमान भी है।
हापुड़ में बारिश और ठंड का कहर मौसम का मिजाज एक बार फिर बदला। जिले में हुई देर रात से रुक रुककर बारिश की वजह से शीतलहर से ठंड बढ़ गई है। जिसकी वजह से जन—जीवन अस्त—व्यस्त हो गया है। ठंड और शीतलहर से बचने के लिए स्थानीय लोगों ने घरो से निकलना बंद कर दिया है। वहीं, देर रात से हो रही बारिश से हाइवे पर भी वाहनों की रफ़्तार पर भी ब्रेक लगे। सड़कों पर वाहन भी कम नजर आ रहे है। इस मौसम में हो रही बारिश से किसानों को भी काफी फायदा हो सकता है।