जानकारी के अनुसार सरूरपुर गांव निवासी ओम सिंह व चंद्रवीर भाई थे। जिसमें चंद्रवीर की ढाई माह पूर्व बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। चंद्रवीर की करीब साढ़े तीन साल पहले मेरठ के ढ़िढाला गांव निवासी पिंकी के साथ शादी हुई थी। उसके दो बच्चे भी है। उसकी मौत के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच संपत्ति बटवारें को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते बड़े भाई ओमसिंह ने गांव छोड़ दिया, वह अब सोनीपत के गन्नौर में रह रहा है।
रविवार को ओमसिंह अपने परिवार को लेकर संपत्ति बटवारे के लिए गांव पहुंचा। जहां कुल संपत्ति के तीन हिस्से हुए। इसमें एक ओमसिंह, दूसरा मृतक चंद्रवीर की पत्नी और तीसरा उनके माता-पिता का। लेकिन इस पर मृतक चंद्रवीर की पत्नी ने आपत्ति जाहिर की और पूरी संपत्ति में अपना आधा हिस्सा मांगा। इसी को लेकर दोनों पक्षों में झड़प हो गई। बात इतनी बढ़ी की दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया। इस दौरान पिंकी, उसकी चचेरी ननद कविता और ओमसिंह घायल हो गए। इतना ही नहीं गाड़ी में तोड़फोड़ हुई।
सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और झगड़ा करने वाले पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। जहां तीन पुलिस से हाथ छुड़ाकर भाग निकले, जबकि पकड़े गए ओमसिंह समेत दो को पुलिस ने हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। बाद में पीड़ित पक्ष भी कई ग्रामीणों के साथ कोतवाली पहुंच गए। कोतवाली में भी दोनों पक्षों के बीच काफी झड़प हुई। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने दोनों पक्ष की बात सुनने के बाद उन्हे समझाकर वापस भेज दिया और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल मामले में किसी भी पक्ष के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार का कहना है जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी।