डीएम शकुंतला गौतम ने कुपोषित बच्चों को उपचार देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत भुगतान में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी डॉक्टर बगैर छुट्टी के गायब नहीं हो। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले प्रत्येक रविवार को लगाए जा रहे हैं, जिसमें अब तक दो सप्ताह में 5132 मरीजों को देखा जा चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसे में गायब रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के अंतर्गत सबसे कम मरीज पाए जाने पर बिनौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक को चेतावनी दी है। साथ ही योेजना के दायरे में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। दिव्यांगों के आठ हजार फॉर्म आए हैं जिसमें से अभी तक दो हजार फॉर्म का सत्यापन होने के बाद उनका यूआईडी जारी हो चुका है। छह हजार का सत्यापन नहीं होने पाने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। डॉक्टर भुजवीर को कार्यशैली में सुधार करने के निर्देश दिए। बीएसए को आयरन की गोलियों के प्रति सचेत किया।