पहले ही दिन थाने पर मिली थी तैनाती
जिला अस्पताल में तैनात डा. विजयप्रकाश ने आरोप लगाते हुए बताया कि रमाला थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई थी। जिसका पोस्टमार्टम कराने के लिए थाने से सिपाही अशोक कुमार को भेजा गया था। रविवार सुबह पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मूलकॉपी सौंपने के लिए सिपाही को बुलाया गया। तो उसमें से शराब की बदबू आ रही थी। जिसने शराब का अत्याधिक सेवन कर रखा था और वह हरकते भी उल्टी सीधी कर रहा था। नशे में धुत सिपाही से मूलकॉपी खो जाने के डर से डाॅक्टर ने उसे काॅपी देने से मना कर दिया। इस पर सिपाही ने उनके साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी और गोली मारकर मौत के घाट उतारने की भी धमकी दी। बीच-बचाव कराने आए फार्मासिस्ट सबरेज व अन्य कर्मियों को भी गाली दी गई। शव के साथ आए लोगों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सिपाही का कराया टेस्ट
जिसके बाद मामले की सूचना डायल 100 पर दी। इसके बाद पुलिस टीम ने सिपाही अशोक कुमार को कोतवाली पहुंचाया। जहां डाॅक्टरी के बाद एसपी शैलेष कुमार पांडेय ने सिपाही को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई सिपाही शराब पीकर किसी भी तरह की हरकत करेगा। तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं बता दें कि सिपाही अशोक कुमार कई महीने से पुलिस लाइन में तैनात था। जिसे एक दिन पहले ही रमाला थाने में तैनाती मिली थी। लेकिन उसने तैनाती मिलने के बाद ही शराब पीकर यह कांड कर दिया।