जिससे गुस्साए लोगों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया। जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों को मामले में कार्रवाई का अस्वासन देकर शांत किया और तफ्तीश शुरू कर दी है। वहीं आरोपों को प्रधानाचार्य ने निराधार बताते हुए इसे ग्रामीणों की साजिश बताया है।
दरअसल, मामला कोतवाली बागपत क्षेत्र का है। जहां फैजपुर निनाना गांव के के एक स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 12 वीं की छात्रा ने आरोप लगाया है कि जब वह शनिवार को स्कूल में पढ़ने के लिए गई थी तो वहां पर तैनात उनके प्रधानाचार्य ने 4-5 छात्राओं को रजिस्टर पर साइन करने लिए बुलाया था और सभी छात्राओं ने साइन कर दिए तो उन्होंने पीड़ित छात्रा को दोबारा साइन करने की बात कहकर रोक लिया। आरोप है कि वहां पर उसने उसके साथ छेड़खानी की।
पूरी आपबीती पीड़ित छात्रा ने अपने परिजनों को बताई। जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए और गांव में एक पंचायत बुलाकर प्रधानाचार्य को मामले की जांच होने तक स्कूल नहीं आने की बात कही। वहीं अगले दिन सुबह प्रधानचार्य स्कूल पहुंचे तो ग्रामीणों ने स्कूल पर धावा बोल दिया और जमकर हंगामा किया। हंगामा होता देख प्रधानाचार्य मौके से फरार हो गया। वहीं मामले की सूचने मिलने के बाद एसडीएम व सीओ मय भारी फोर्स के मौके पर पहुंची। मामले को लेकर प्रधानाचार्य से बात की गई तो उनका कहना था कि उनको आरोपों की जानकारी सुबह ही ग्रामीणों द्वारा मिली है। जबकि शनिवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ था। जो भी आरोप लगाए गए हैं वह निराधार हैं। ग्रामीण साजिश के तहत उन्हें फंसाना चाहते हैं।