दरअसल, मंगलवार को मिल परिसर में किसानों की पंचायत आयोजित हुई। जिसमें किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि नई मिल लगने पर किसान काफी उत्सुक था। लेकिन, मिल न चलने से किसान निराश हैं। किसानों की गेहूं की बुआई में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि तीन दिन बाद मिल पूर्ण क्षमता के साथ नहीं चली तो दोबारा किसान मिल परिसर में ही धरना प्रदर्शन शुरु कर देगें।
वहीं रालोद पूर्व विधायक वीरपाल राठी ने कहा कि मिल में घटिया किस्म की मशीनरी लगाई गयी है। जिससे मिल चलने में बाधा आ रही हैं। किसान परेशान हैं। पूर्व उपसभापति रविन्द्र मुखिया ने कहा कि सात दिन मिल ने 35,000हजार कुंतल गन्ने की पेराई की। लेकिन, चीनी की बोरी एक नही बनी गन्ने का रस नाले में बहा दिया गया। जो मशीने खराब हो रही है।उन्हें रिपेयर कर दोबारा लगाया जा रहा है। जिन्हें नया लगाना चाहिए था।