नदी में मिला था शव अब पुलिस ने किया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, बरनावा गांव के जंगल स्थित कृष्णा नदी में बीती 16 जुलाई को अज्ञात युवक का शव पड़ा मिला था। उसकी दो दिन पूर्व गौरव पुत्र बालेश्वर निवासी वाजिदपुर के रूप में हुई थी। इस मामले में मृतक के पिता ने बिनौली थाने में पलड़ा गांव निवासी तीन भाई गुलजार, सद्दाम व वसीम पुत्रगण बसीरू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रविवार को गौरव हत्याकांड़ का खुलासा करते हुए एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मुकदमे की विवेचना व प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर मुकदमें में सेठू पुत्र धर्मवीर, कृष्ण पुत्र जिले सिंह व अशोक पुत्र चरन सिंह निवासी वाजिदपुर के नाम प्रकाश में आए। जिन्हे पुलिस ने नागेश्वर मंदिर बड़ौत के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान बताया गया कि अशोक व गौरव के बीच काफी समय रंजिश चल रही थी।
गांव के ही युवक ने रंजिश में कराई गौरव की हत्या
गौरव लोनी से अक्सर वाजिदपुर गांव में आता रहता था। उसने उसकी हत्या के लिए गांव के ही सेठू व कृष्ण को 70 हजार रुपये में हायर किया। और गौरव को झांसा देकर 15 जुलाई को गांव बुलाया। यहां तीनों गौरव को शराब पिलाने के लिए बरनावा गांव के जंगल में ले गये। यहां आरोपियों ने प्लानिंग कर गौरव की चाकुओं से गोदकर हत्या करने के बाद शव को कृष्णा नदी में फेंक दिया। एसपी शैलेश कुमार पांडेय का कहना है कि सेठू व कृष्ण शातिर किस्म के अपराधी है। इन दोनों का लगभग 4 वर्ष पूर्व बुढाना जाते समय रोडवेज बस में सिट पर बैठने को लेकर डा. अनिल डबास के भाई सुनील डबास निवासी बुढाना, मुज्जफरनगर से छोटी सी बात को लेकर विवाद हो गया था। जहां विवाद के तीन दिन बाद दोनों आरोपियों ने उसके गांव पहुंचकर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में दोनों के खिलाफ मुज्जफनगर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज है। इसके अलावा दोनों आरोपियों के खिलाफ वहीं पर ही गैंगस्टर का मुकदमा भी दर्ज है।