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इस प्रधान ने अपने गांव की बदल दी आबोहवा, हर कोई कर रहा काम की तारीफ, देखें वीडियो

locationबागपतPublished: Dec 24, 2018 02:46:17 pm

Submitted by:

virendra sharma

वायु प्रदुषण से जुझ रही दुनिया को बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय सुझाए जा रहे है। साथ ही सरकार भी कदम उठा रही है। लेकिन धीरे-धीरे पर्यावरण के प्रति लोग खुद भी जागरुक हो रहे है।

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इस प्रधान ने अपने गांव की बदल दी आबोहवा, हर कोई कर रहा काम की तारीफ, देखें वीडियो

बागपत, वायु प्रदुषण से जुझ रही दुनिया को बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय सुझाए जा रहे है। साथ ही सरकार भी कदम उठा रही है। लेकिन धीरे-धीरे पर्यावरण के प्रति लोग खुद भी जागरुक हो रहे है। एक महिला ग्राम प्रधान अपने गांव को हरा-भरा और स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए मुहिम छेड़ चुकी है। ये लोगों को भी जागरुक कर रही है। कृष्णा नदी किनारे बसा बागपत जनपद का मौजिजाबाद नांगल उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा गांव है, जहां योजनाबद्ध ढंग से ऑक्सीजन की शुद्ध करने में जुटी है। गांव में बरगद और पीपल के पौधे लगाए जा रहे है। 4400 मतदाताओं वाले इस छोटे से गांव में बरगद और पीपल लगाने की होड़ शुरू हो गई है। खेती के साथ लोग बरगद और पीपल के पौधों की देखभाल करने में जुटे है। कुछ माह पहले लगाए गए ये पौधे अब बड़ा रुप लेने लगे है।
दरअसल में बरगद और पीपल के पौधे हवा को शुद्रध बनाते है। यहीं वजह है कि महिला ग्राम प्रधान ने पौधों की देखभाल के लिए लोगों की कमिटी बनाकर उसकी जिम्मेदारी सौंपी है। यह कमिटी पौधों का पूरी तरह ध्यान रखती है। मौजिजाबाद नांगल की ग्राम प्रधान स्वाति पंवार का कहना है कि बिगड़ते पर्यावरण को देखते हुए एक साल पहले गांव में बरगद और पीपल के पौधे लगाए जाने की योजना तैयार की गर्इ थी। उन्होंने बताया कि बरगद और पीपल के पौधे हवा को शुद्ध करते है। उन्होंने बताया कि गांव में अभी तक लगभग 13०० बरगद और पीपल के पौधे लगाए जा चुके है। पौधों की देखरेख के लिए गांव के ही विद्याचंद मास्टर, गल्तान सिंह, सलीम, विक्रम सिंह, महेश शर्मा, शकरू समेत कई लोगों की कमिटी बनार्इ गर्इ है। इनकी देखरेख में पौधों की देखरेख हो रही है। साथ वायु को स्वच्छ बनाने की इस मुहिम को दूसरे गांवों तक भी पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बरगद आैर पीपल के पेड़ लगाने के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है।
ग्रामीण विधाचन्द मास्टर ने बताया कि नजदीक कृष्णा नदी बह रही है। जिसका पानी बेहद प्रदूषित हो गया है। साथ वायु प्रदूषण ज्यादा होने से बीमारी फैला रही है। वायु को शुद्रध करने के लिए पीपल व बरगद व पेड़ लगाए गए है। ताकि वायु प्रदूषण कम हो और गांव में शुद्ध हवा मिल सके। ग्रामीण हरेंद्र सिंह का कहना है कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए यह मुहिम छेड़ी गर्इ है। सबसे ज्यादा पर्यावरण सुधारने में बरगद और पीपल के पौधे मददगार होते है। इसलिए ही गांव में डेढ-दो हजार बरगद और पीपल के पौधे लगाए गए हैं। गांव के प्रधान की देखरेख में यह काम हो रहा है।

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