बता दें कि मामला सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के कस्बा अमीनगर सराय कस्बे का है। जहां 19 जुलाई की सुबह एक बुजुर्ग व सिंचाई विभाग के रिटायर्ड क्लर्क भंवर सिंह यादव की उस वक्त दिनदहाड़े हत्या कर दी थी, जब वे अपनी किराना दुकान पर बैठे थे। हत्या की वारदात के बाद पुलिस के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज हत्या की वारदात की तफ्तीश में जुटी पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा कर दिया।
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि बुजुर्ग रिटायर्ड क्लर्क भंवर सिंह यादव की हत्या उसके पोते अक्षय यादव ने ही संपत्ति के विवाद में की थी। पुलिस के मुताबिक, सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के पुठड गांव के रहने वाले भंवर सिंह यादव सिंचाई विभाग में कलर्क के पद पर तैनात थे। रिटायर होने के बाद वे मेरठ के माधवपुरम में मकान बनाकर रह रहे थे। उन्होंने कस्बा अमीनगर सराय में किराना की दुकान भी कर रखी थी। 19 जुलाई की सुबह जब वे दुकान पर बैठे थे तो उनके पोते के साथ संपत्ति में हिस्सेदारी को लेकर विवाद हो गया। पोता अपने हिस्से की जमीन पर लोन लेने की जिद कर रहा था, जिसका बुजुर्ग क्लर्क ने विरोध किया। इस पर पोते ने पहले अपने दादा पर चाकू से वार किए और फिर दुकान में रखे फावड़े से काटकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी अक्षय यादव को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू, फावड़ा, स्कूटी व खून से सने हुए कपड़े बरामद कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
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