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बैंक में अचानक बचाओ-बचाओ… चिल्लाने लगा JNU का छात्र तो मची भगदड़, देखें Video बता दें कि बिनौली थाना क्षेत्र से पुलिस ने 27 मार्च को शराब तस्करी में ग्वालीखेड़ा गांव निवासी एक युवक सूरज पुत्र राकेश को गिरफ्तार किया था। एसीजीएम कोर्ट ने उस पर 1000 रुपए का अर्थदंड के साथ 6 माह की सजा सुनाई थी। वह 6 माह की सजा काट रहा था। जबकि जुर्माना जमा नहीं करने पर 7 दिन की सजा बाकी थी। शासन के आदेश पर अधीक्षक ने अपने पास से एक हजार रुपए का जुर्माना जमा कराकर बुधवार को बंदी को रिहा करा दिया।
जैसे ही उसे अपनी रिहाई का पता चला तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जेल से बाहर निकलने पर सूरज ने अधिकारियों का आभार व्यक्त किया और जयराम की दुनिया से दूर रहने का भी वचन पुलिस अधीक्षक को दिया।
जेल अधीक्षक सुरेश सिंह का कहना है कि दीनदयाल उपाध्याय जयंती के उपलक्ष में शासन मुख्यालय से विशेष आदेश आए थे। आदेशों को देखते हुए इस कैदी को दीनदयाल उपाध्याय जयंती के अवसर पर लाभ दिया गया है। साथ ही कैदी ने वचन दिया है कि वह अब शराब तस्करी जैसे किसी भी कार्य को नहीं करेगा।