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Baghpat: जीजा ने 6 साल की मासूम से किया दुष्कर्म, पत्नी को मारपीट कर घर से निकाला बता दें वर्ष 2017 में तत्कालीन बसपा विधायक लोकेश दीक्षित व उसके भाई से रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी का नाम प्रकाश में आया था। 8 जुलाई 2018 को कोर्ट में पेश करने के लिए बजरंगी को कड़ी सुरक्षा के बीच बागपत लाया गया था और उसे जेल में रखा गया था। 9 जुलाई 2018 को सुबह करीब सवा छह बजे जेल में बैरक के पास गोली मारकर मुन्ना को मौत के घाट उतार दिया गया था। इस मामले में तत्कालीन जेलर उदय प्रताप सिंह ने जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
ज्ञात हो कि शासन ने लापरवाही बरतने के आरोप में जेलर के अलावा डिप्टी जेलर शिवाजी यादव , मुख्य बंदी आरक्षी अरविंदर सिंह व माधव कुमार को निलंबित कर दिया था। इसके बाद तत्कालीन जेलर को शासन ने बर्खास्त कर दिया था। गुरुवार को तत्कालीन जेलर कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट पहुंचे और इस मामले में जिला जज की अदालत में अपने बयान दर्ज कराए। इस मामले में अब तक तक दो गवाह ही बयान देने के लिए कोर्ट पहुंचे हैं।