बागपत।चुनावी मैदान में एक ही वोट हार को जीत आैर जीत को हार में बदल देता है। यही वजह है कि चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी के लिए एक-एक वोट कीमती होता है। वही कर्इ बार एेसा भी होता है। जब हम अपनों की जीत के लिए जी जान लगा देते हैं, लेकिन उनके लिए वोट नहीं दे पाते। कुछ एेसा ही रालोद के उपाध्यक्ष आैर बागपत उम्मीदवार जयंत चौधरी के साथ लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।इसकी वजह उनके पिता अजीत सिंह आैर चारु सिंह चौधरी का उनके लिए वोट न डालना हो सकता है।
जयंत की जीत के लिए पत्नी आैर पिता ने क्षेत्र में की कर्इ सभा
बागपत लोकसभा सीट पर गठबंधन के साथ चुनावी अखाड़े में उतरे जयंत सिंह चौधरी के लिए उनकी पत्नी आैर पिता अजीत सिंह ने लगातार कर्इ रैलियां की। उन्होंने बागपत लोकसभा क्षेत्र की जनता से जयंत सिंह को जीताने की अपील की। साथ ही प्रचार प्रसार में दिन-रात एक कर दिया,लेकिन नामांकन फार्म में उनके द्वारा दी गर्इ जानकारियों के अनुसार देखें, तो अजीत सिंह आैर चारु जयंत चौधरी को वोट नहीं दे सकेंगे। इसकी वजह चुनावी नामांकन फार्म में दिए शपथ पत्र के अनुसार अजीत सिंह द्वारा खुद को दिल्ली का वोटर होने की जानकारी देना है। वही चारु सिंह चौधरी का मथुरा का वोटर होना है। एेसे में अगर चारु सिंह चौधरी ने मथुरा लोकसभा की वोटर लिस्ट से नाम हटवाकर बागपत की वोटर लिस्ट में नहीं जुड़वाया, तो वह अपने पति जयंत चौधरी को वोट नहीं दे सकेंगी। इतना ही नहीं एेसा न करने पर खुद जयंत चौधरी भी अपने को वोट नहीं दे सकेंगे। इसकी वजह नामांकन फार्म में दी जानकारी के अनुसार वह भी मथुरा लोकसभा के वोटर रहे है।