Highlights
– पांच दिन से नया केस सामने नहीं आने पर स्वास्थ्य विभाग ने ली राहत की सांस
– कोरोना से लड़ाई में अभी तक कोई ढिलाई नहीं बरती
– गांवों चोरी-छिपे आने वालों की गुप्त जानकारी जुटा रहा प्रशासन
सीएए के समर्थन में रैली कल,योगी आदित्यनाथ सहित कई दिग्गज आएंगे, चप्पे चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस
बागपत. जिले में पिछले 5 दिन से कोई भी कोरोना का पॉजिटिव नया केस सामने नहीं आने से बागपत प्रशासन राहत की सांस ले रहा है। हालांकि इसके बावजूद कोरोना से इस लड़ाई में अभी तक कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। बता दें कि 3 दिन से प्रशासन जिलेभर में भ्रमण करते हुए लोगों की स्क्रीनिंग कराने और संदिग्ध लोगों की पहचान कर उनको क्वारंटीन करने में लगा हुआ है।
यह भी पढ़ें- दिल्ली-यूपी बॉर्डर पूरी तरह सील, केवल इनको दी जा रही आने-जाने की छूट, देखें तस्वीरें दरअसल, निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों की वजह से बागपत जिले में बिगड़े हालात अब कुछ सामान्य नजर आ रहे हैं। यहां पिछले 5 दिन से कोई कोरोना का पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया है। इस कारण प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी नहीं की गई है । 14 अप्रैल के बाद दूसरे लॉकडाउन में प्रशासन ने और भी सख्ती कर दी है। जिले की 11 पुलिस चौकियों पर तैनात पुलिसकर्मी केवल किसानों, स्वास्थ्य सेवाएं और खाद्य सामग्री को ही बॉर्डर से आने जाने की इजाजत दे रहे हैं।
वहीं प्रशासन ने बनाए जा रहे पास को भी कम कर दिया है। बिना वजह घूमने वाले लोगों पर भी सख्ती की जा रही है। बता दें कि जिले के 4 गांवों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। जहां पुलिस सुरक्षा बल के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार अपना कार्य कर रही हैं। आंगनवाड़ी और एएनएम को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे लोगों के संपर्क में रहें और सूचना प्रशासन को देते रहें।
गांवों चोरी-छिपे आने वालों की गुप्त जांच गौरतलब है कि बागपत जिले में अब तक 14 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जिसमें एक ठीक हो चुका है, जो कि विदेश यात्रा से लौटा था। 13 जमातियों के कोरोना पॉजिटिव हो जाने के बाद बागपत प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए थे और जमातियों पर शिकंजा कस दिया गया था। इसके बाद जिलेभर से 249 जमातियों को क्वारंटीन कर दिया गया। हालांकि उसके बाद कुछ ऐसे जमाती मिले जो अन्य क्षेत्रों से आए। उनको भी क्वारंटीन करने कार्य प्रशासन कर रहा है। हालांकि गांवों में चोरी-छिपे आए कुछ लोगों के पहुंचने की सूचना के बाद प्रशासन के होश उड़े हुए हैं, जिनकी पहचान कराने का कार्य गुप्त रूप से किया जा रहा है।