दिन दहाड़े की गई थी पूर्व प्रधान की हत्या
मामला बिनोली थाना क्षेत्र का है। यहां धनोरा सिल्वरनगर गांव में 20 अगस्त को दिनदहाड़े पूर्व प्रधान ऋषि प्रताप राणा की अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर लाइसेंसी रिवॉल्वर लूट ली थी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को पूछताछ के बाद कुछ नाम सामने आए तो पुलिस वारदात का खुलासा करने के प्रयास में जुटी थी। इसी कड़ी में आज बागपत जिले की बिनोली थाना पुलिस के हाथ उस वक्त बड़ी सफलता लगी। जब पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आशीष बागपत , मोनू शामली , सुमित गाजियाबाद को मेरठ बडौत रोड के पास एक मंडप से गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से मृतक से लूटी गई रिवॉल्वर , एक पिस्टल , तीन तमंचे मय कारतूस व एक मोटरसाइकिल बरामद की है। फिलहाल पुलिस फरार हत्यारोपी की तलाश में जुटी है।
जेल में बंद बदमाश ने चुनाव लडऩे के लिए कराई थी हत्या
वही पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि हत्या की ये वारदात करने की पूरी साजिश जेल में बंद धनोरा सिल्वर नगर के ही रहने वाले सोहनवीर सिंह ने रची थी। क्योंकि सोहनवीर उसका पिता थानसिंह व उसका भाई सुनील गांव में ही 2016 में हुई देवी सिंह नाम के एक बुजुर्ग की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मामले में बागपत जेल में बन्द है। ओर उसी हत्या के मामले में ऋषि प्रताप राणा गवाह था। इसके साथ ही सोहनवीर को ग्राम प्रधानी का चुनाव लडऩा था, लेकिन मृतक ऋषि उसके सामने चुनावो में खड़ा होता। इसलिए आरोपी ने पूर्व प्रधान की हत्या की साजिश रच दी। आरोपी सोहनवीर की जेल में चार युवकों आशीष , मोनू , सुमित और सुमित जाट से मुलाकात हुई थी और वही पर उसने हत्या की सुपारी देकर पूरी साजिश रची थी। आरोपियों ने जेल से छूटते ही 20 अगस्त को पूर्व प्रधान की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी।