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दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर कर दी गई थी पूर्व प्रधान की हत्या
एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव ने बताया कि गत 20 अगस्त को धनौरा सिल्वरनगर गांव में सरे बाजार पूर्व प्रधान ऋषि प्रताप राणा पुत्र रामनिवास राणा की हत्या कर दी गई थी। बदमाश पूर्व प्रधान की लाइसेंसी रिवाल्वर भी लूटकर ले गए थे। मामले में अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। बताया कि मुकदमें की विवेचना और साक्ष्य के आधार पर हत्याकांड में आशीष उर्फ मोजी निवासी धनौरा सिल्वरनगर, सुमित उर्फ रामबीर निवासी अगरोला, थाना ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद और मोनू पंवार जाट पुत्र कैलाश निवासी एलम, थाना कांधला जिला शामली व मोनू कश्यप पुत्र सतपाल निवासी लूंब छपरौली का नाम प्रकाश में आए। पुलिस ने रविवार को जौहड़ी के राज गार्डन होटल से आशीष, सुमित व मोनू पवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व धनौरा सिल्वरनगर गांव में दूध व्यापारी सुमित की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड में पूर्व प्रधान ऋषिप्रताप राणा गवाह थे।
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प्रधानी का चुनाव लडऩे के लिए रची थी हत्या की साजिश
सोहनवीर अब ग्राम प्रधान के चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था। उसे आशंका थी चुनाव में ऋषिप्रताप राणा उसके विरूद्ध चुनाव लड़ेगा। इसी को लेकर तीनों शार्प शूटर भी इस दौरान जेल में ही थे, लेकिन बाद में वह जमानत पर छूट गए। आरोपी सोहनवीर ने तीनों को हथियारों के लिए 50 हजार रुपये दिए और पूर्व प्रधान की हत्या करा दी। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर पूर्व प्रधान से लूटी हुई लाइसेंसी रिवाल्वर, तमंचा, पिस्टल मय कारतूस और हत्याकांड में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। जबकि इस हत्याकांड में बदमाश मोनू कश्यप पुत्र सतपाल निवासी लूंब अभी भी फरार है। पुलिस ने गिरफ्तार हुए तीनों बदमाशों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। वहीं आईजी आलोक शर्मा व एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव ने हत्याकांड का खुलासा करने वाली बिनौली पुलिस टीम को 50 हजार इनाम देने की घोषणा की है।