इसके बाद, पुलिस अधिकारियों ने मुकद्दमा दर्ज कराकर आरएलडी कार्यकर्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया, लेकिन आरोप है कि बड़ौत कोतवाल ने मामले में कमजोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया, जिसके लिए आरएलडी नेताओं ने इसके लिए बीजेपी जिलाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है और बीजेपी जिलाध्यक्ष पर गंदी राजनीति और आरोपियों को बचाने का भी आरोप लगाया है।