उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी मस्जिद-मदरसों की जांच होनी चाहिए। इनमें आतंकवाद पनप रहा है। उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट बनाने के लिए चलाया जा रहा जेहाद सिर्फ सरकार के कठोर कदमों से ही रुक सकता है। फतवे पहले अपने समाज और धर्म तक ही सीमित होते थे लेकिन, अब इन्हें जारी करने वालों को समाज और धर्म की कोई चिंता नहीं है। ये फतवे अब हिदू धर्म के लिए जारी हो रहे हैं।
कमलेश तिवारी के बारे में बात करते हुए साध्वी ने कहा कि कमलेश तिवारी की गर्दन काटने के फतवे के तार केवल बिजनौर या लखनऊ से ही नहीं, बरेली के आला हजरत परिवार से भी जुड़ रहे हैं। कमलेश तिवारी के हत्यारोपितों ने आखिर बरेली में ही शरण क्यों ली? इसकी भी जांच होनी चाहिए। हिदू धर्म के लिए काम करने वाले अब निशाने पर हैं और यह बहुत बड़ी साजिश है।