दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में मार्शल स्कूल ऑफ बिजनेस से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री पाने के बाद,एक उद्यमी बनने की इच्छा जगी। कॉलेज से निकलते के बाद पारिवारिक व्यवसाय के साथ देश में प्रीमियर जड़ाऊ ज्वैलरी ब्रांड, क्रसाला और रियल एस्टेट कंपनी, शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन से अपनी शुरुआत की। कम उम्र में धर्मा प्रोडक्शंस, फॉक्स फिल्म्स, मुक्ता आर्ट्स और ज़ी म्यूजिक जैसे कुछ लाइसेंसी भागीदारों के साथ मिलकर देश में बॉलीवुड-आधारित इंडोर एक्सपीरियंस म्यूजियम, हाउस ऑफ स्टार्स की स्थापना की। इसके बाद द डिज़ाइनर क्लास 'टीडीसी' के रूप में आगे बढ़े।
उन्होंने बताया कि जेआरडी रतन टाटा ने कहा था, "असाधारण सोच वाले दोबारा उपयोग करते हैं, जबकि साधारण सोच वाले नकार देते हैं" और इस विचार का अनुसरण करके टीडीसी की स्थापना हुई। टीडीसी ने डिजाइन शिक्षा और ई-लर्निंग उद्योग में एक तरह की कमी का अनुभव किया। इसके बाद ई—लर्निग के रूप में डिजाइन का अध्ययन करने और उसमें कैरियर बनाने में रुचि रखने वालों के लिए मंच तैयार किया है। जहां क्षेत्र के प्रसिद्ध डिजाइनर समग्र डिजाइन शिक्षा प्रदान करते हैं। पाठ्यक्रम अकादमिक विचारकों द्वारा पहले से रिकॉर्ड किए गए प्रारूप में उच्च गुणवत्ता वाली वैश्विक सामग्री के साथ तैयार किए गए हैं जो आकर्षित करने वाली वर्कबुक्स, डेमो और क्विज़ को साथ मिलाकर बनाए गए हैं। ई-लर्निंग इनोवेशन ने इंटीरियर डिजाइन में एक फाउंडेशन कोर्स कराने के लिए गौरी खान के साथ साझेदारी की। अत्याधुनिक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म है, उद्योग से निरंतर समर्थन मिल रहा है। साथ ही, इसके पास छात्र-केंद्रित कार्यक्रम, व्यावहारिक शिक्षण तंत्र, उद्योग के पेशेवरों द्वारा कस्टम-डिज़ाइन किए गए कार्यक्रम और अग्रणी डिजाइन दिग्गजों के साथ इंटर्नशिप के अवसर भी मौजूद हैं। ये सभी टीडीसी को कम समय में डिजाइन सीखने में एक लोकप्रिय नाम बना रहे हैं। संक्षेप में, द डिज़ाइनर क्लास शिक्षा क्षेत्र में ऐसा परिवर्तन वाला है जो कि डिज़ाइन शिक्षा में क्रांति ला रहा है। यह सभी को समान अवसर दे रहा है। भले ही वे किसी भी उम्र, आय या स्थान के रहने वाले हों। यह एड-टेक इनोवेशन का प्रतीक है।