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अखिलेश-मायावती मिलकर भी इस सीट पर गठबंधन को नहीं दिला सकते जीत, रालोद को नहीं लिया साथ तो भाजपा को होगा फायदा

locationबागपतPublished: Jan 14, 2019 05:44:36 pm

Submitted by:

Nitin Sharma

लोगों की मांग गठबंधन में इस दल को भी लिया जाये साथ

सहारनपुर

गठबंधन

बागपत।अखिलेश-मायावती मिल अपना गठबंधन तैयार कर लोकसभा चुनाव में जीतने की ताल ठोक रहे हो, लेकिन यूपी के इस जिले के लोगाें की माने तो यह मुश्किल है।इसकी वजह इस सीट पर सपा बसपा का पुराना गठबंधन आैर इतिहास जुड़ा है।जिसमें सपा आैर बसपा को भाजपा से ही नहीं बल्कि रालोद से भी हार का सामना करना पड़ा था।एेसे में लोगों की माने तो सपा आैर बसपा को लोकसभा चुनाव में इस जिले से सीट पाने के लिए रालोद को अपने साथ लेना होगा।अन्यथा हार का सामना करना पड़ सकता है।यह जिला कोर्इ आैर नहीं बल्कि यूपी बागपत जिला है।जहां से 1993 में हुए चुनावों में सपा आैर बसपा को गठबंधन के बाद भी इस जिले में ज्यादातर सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था।

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इस चुनाव में गठबंधन में लड़ने के बाद यहां मिली थी हार

दरअसल 1993 में सपा आैर बसपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान गठबंधन किया था। इस गठबंधन में सपा आैर बसपा ने बागपत लोकसभा क्षेत्र में आने वाली पांचों विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन परिणाम निराशाजनक था।इसकी वजह चार सीटों में गठबंधन की हार होना था।इतना ही नहीं इन चारों सीटों पर उनके प्रत्याशियों की जीत तो दूर किसी नंबर पर ही नहीं थे।इसकी वजह इस सीट पर भाजपा आैर रालोद का वर्चस्व होना था।उस समय बरनावा विधानसभा सीट पर भाजपा के स्वर्गीय त्रिपाल धामा ने जीत दर्ज की थी। वहीं दूसरे नंबर पर जनता दल के प्रत्याशी सतेंद्र सोलंकी थे।वहीं बागपत विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने भाजपा को हरकार जीत दर्ज की थी।वहीं छपरौली विधानसभा सीट पर जनता दल ने भाजपा को हराकर जीत दर्ज की थी।वहीं बागपत लोकसभा क्षेत्र में ही आने वाली सिवालखास सीट पर जनता दल ने सीट जीती थी। वहीं सपा के मदन भैया ने खेकड़ा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी।वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में भी बागपत में कुछ एेसा ही नजारा दिखा।

इन आकड़ों को देखते हुए लोग सपा आैर बसपा के गठबंधन को बता रहे अधूरा

वहीं बागपत क्षेत्र के लोगों की माने तो सपा आैर बसपा का गठबंधन अधूरा है।इसकी वजह बागपत समेत पश्चिम के कर्इ जिलों में रालोद का अच्छा वर्चस्व होना है।राजनीति को समझने व जानने वाले कुछ लोगों ने कहा कि लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को मात देने के लिए सपा आैर बसपा गठबंधन में रालोद को भी शामिल करना चाहिए।जिससे वह दूसरी पार्टी को टक्कर दे सकें।

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