अमीनगर सराय के रहने वाले डा. गौरव जैन पशु पालन विभाग में पशु चिकित्साधिकारी पद पर तैनात है और वह काफी वर्षों से अपनी सेवा विभाग में दे रहे है। डा. गौरव जैन ने अपने निजी व पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए 25 मार्च को नौकरी से त्याग पत्र दिया था, लेकिन उसको अभी तक स्वीकृत नहीं किया गया। उसके बाद 23 जुलाई को फिर पशु पालन विभाग के प्रशासन एवं विकास के निदेशक त्यागपत्र भेजा था, लेकिन फिर भी स्वीकृत नहीं किया गया। एक बार फिर उसने एक अक्टूबर को त्याग पत्र देते इसको स्वीकार करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह अब विभाग को अपनी सेवा नहीं दे सकते है और वह नौकरी करने में असमर्थ है। उसका त्याग पत्र स्वीकार किया जाए। वहीं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रवीन्द्र सिंह ने कहा कि इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है और वह अपना बिजनेस कर रहे है, जिससे नौकरी छोड़ी है।