इस तरह मिलेगा कन्या सुमंगला का लाभ बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मार्च 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की घोषणा की गई थी। यह योजना 1 अप्रैल 2019 से लागू हो गई है। योजना के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म के समय 2000, 1 वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1000, कक्षा 1 में प्रवेश के समय 2000, कक्षा 6 में प्रवेश के समय 2000, कक्षा 9 में प्रवेश के समय 3000, तथा 10वीं 12वीं परीक्षा वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर 5000 प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत ऐसे लाभार्थी पात्रों में जिनका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो, जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख तथा जिनके परिवार में अधिकतम 2 बच्चे हो।
योजना में 6243 बालिकाओं का चयन मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 6243 बालिकाओं का चयन किया गया है जिसमें से पोर्टल पर 2467 फॉर्म सत्यापन होकर प्राप्त हुए हैं जिसमें से 1224 बालिकाओं की डिटेल को कन्या सुमंगला योजना की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है । कन्या सुमंगला योजना की प्रगति में जनपद बागपत का द्वितीय स्थान रहा।
हर बेटी तक पहुंचे लाभ – धर्म सैनी प्रभारी मंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का जन-जन तक प्रचार होना चाहिए। उन्होंने कहा जो भी बेटी जन्म ले और जो पात्रता की श्रेणी में आए, उसका संबंधित विभागीय अधिकारी अवश्य पंजीकरण करें। उसके खाते में तत्काल पैसा जाना चाहिए, चाहे वह कोई भी श्रेणी में क्यों ना हो।
लिंगानुपाल को करना होगा कम- शकुंतला गौतल जिलाधिकारी शकुन्तला गौतम ने कहा कि इस योजना से प्रदेश में समान लिंगानुपात स्थापित करने पर कन्या भूण हत्या को रोकने बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया है। इकसे साथ ही बालिका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा बालिका के प्रति आमजन में सकारात्मक सोच विकसित करने के लिए लोगों को जागरूक होने के लिए कहा है।
लक्ष्मी चाहिए तो करनी होगी बेटी की पूजा- सत्यपाल सिंह बागपत सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 15 जनवरी 2015 को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कन्या सुसमृद्धि योजना चलाई थी। जो एक केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक थी। सरकार बेटियों के लिए योजना चला रही है। बेटियों के सम्मान के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसलिए बेटी के जन्म उपरांत उनका पंजीकरण अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा जिन्हें लक्ष्मी चाहिए उन्हें बेटियों की पूजा करनी होगी। उनका सम्मान करना होगा। उनका कद बढ़ाना होगा।