बगरूPublished: Feb 17, 2020 07:01:52 pm
Ashish Sikarwar
राजपूत समाज के बारे में यह भ्रांति है कि इसमें शादियों में काफी दहेज लिया-दिया जाता है, लेकिन पाली जिले के केडिगराना गांव के एक राजपूत युवा ने अपने विवाह के दौरान एक ऐसी पहल की जिससे पूरा समाज उसकी वाह-वाह कर उठा।
राजपूत समाज के बारे में यह भ्रांति है कि इसमें शादियों में काफी दहेज लिया-दिया जाता है, लेकिन पाली जिले के केडिगराना गांव के एक राजपूत युवा ने अपने विवाह के दौरान एक ऐसी पहल की जिससे पूरा समाज उसकी वाह-वाह कर उठा।
करणसर (जयपुर). राजपूत समाज के बारे में यह भ्रांति है कि इसमें शादियों में काफी दहेज लिया-दिया जाता है, लेकिन पाली जिले के केडिगराना गांव के एक राजपूत युवा ने अपने विवाह के दौरान एक ऐसी पहल की जिससे पूरा समाज उसकी वाह-वाह कर उठा।
दरअसल जूनसिया गांव में रविवार रात राजपूत समाज के जोरावरसिंह पुत्र अर्जुन सिंह की पुत्री ज्योति कंवर का विवाह पाली जिले केडिगराना के मनोहरसिंह राठौड़ के पुत्र परविंद्र सिंह के साथ हुआ। परिवंद्र ने टीका नहीं लेकर समाज में एक आदर्श स्थापित किया है। वधू पक्ष द्वारा एक लाख रुपए नकद राशि देकर जब टीके की रस्म निभाई जा रही थी तो दूल्हे ने मात्र 11 रुपए व नारियल सिर माथे पर लगाकर आशीर्वाद लिया व समाज में एक बेहतरीन मिसाल पेश की। समाजजनों ने इसकी सराहना की।
हरिद्वार कुंभ मेले की तैयारियों पर चर्चा
करणसर. हरिद्वार में जनवरी 2021 में होने वाले कुंभ की तैयारियों को लेकर रविवार शाम गुजरात में संत सभा की बैठक हुई। अतिथि अभा अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज थे। कुंभ में संतों के स्नान, महास्नान, रहने, खाने-पीने की व्यवस्था, भक्तों के प्रसादी वितरण सहित अनेक बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। परिषद महामंत्री हरिगिरी महाराज, जूना अखाड़ा आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंदगिरी महाराज, अंतरराष्ट्रीय थानापति काशी के श्रीमहंत व डूंगरीकलां जयरामपुरी बाबा तपोस्थली के संत हीरापुरी महाराज, छोटा मठ के संत भुवनेश्वरपुरी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमगिरी महाराज, उज्जैन दत्त अखाड़ा गादीपति पीर सुंदरपुरी महाराज सहित १३ अखाड़ा व पंचदशनाम जूना अखाड़ा के सभी साधु-संत शामिल हुए। डूंगरीकलां के जीवन, गजानंद यादव, मुकेश कुमावत, सांवरमल सहित अनेक भक्तों को यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई।