एसीबी के सीआई हेमंत वर्मा ने बताया कि कांकरा निवासी अमरचन्द खींची ने 6 सितम्बर को एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसने पट्टे का नामांतरण खोलने के लिए रेनवाल नगर पालिका में आवेदन किया था। जहां महिला कर्मचारी संतारा देवी ने नामांतरण खुलने के बाद प्रमाण पत्र देने की एवज में परिवादी से 1000 रुपए रिश्वत की मांग की।
अमरचंद की शिकायत पर एसीबी ने ट्रेप (ACB Trap) के लिए जाल बिछाया। गुरुवार को परिवादी अमरचंद नगरपालिका में नामांतरण का प्रमाण पत्र लेने के लिए गया। जहां संतरा देवी जाट ने फिर उससे एक हजार रुपए की मांग की। इस पर अमरचंद ने 200—200 के पांच नोट उसे दे दिए। महिलाकर्मी ने 800 रुपए रखकर 200 रुपए वापस अमरचंद को दे दिए। इधर, अमरचंद के बाहर निकलते ही एसीबी ने छापा मारकर संतरा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद महिलाकर्मी संतरा देवी के बाद एसीबी ने संदेह के आधार पर पालिका के अन्य कर्मचारियों से भी पांच घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद एसीबी की टीम महिला को गिरफ्तार (arrested) कर जयपुर ले आई।