चीथवाड़ी/मानपुरा माचैड़ी (Blast). चौमूं-चंदवाजी स्टेट हाइवे स्थित जाटावाली में शनिवार तड़के तीन बजे मावा बनाने की फैक्ट्री (
mawa factory) का धमाके (
Blast) के साथ बॉयलर फटने से दो जने घायल (
Injured) हो गए, जिन्हें गंभीर हालत में जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में भर्ती कराया है, जहां एक जने की हालत गम्भीर है। सूचना पर सामोद थाना प्रभारी हवासिंह व जाटावाली चौकी प्रभारी सत्यनारायण ने पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इधर, अचानक हुए तेज धमाके (
Blast) से इलाके में दहशत (
Panic) फैल गई।
सूत्रों के अनुसार दीपावली का त्योहारी सीजन होने से जाटावाली, चीथवाड़ी समेत विभिन्न गांवों व ढाणियों में वैध और अवैध रूप से संचालित फैक्ट्रियों (
mawa factory) में मिठाइयों के लिए चौबीस घंटे मावा भट्टियों में काम किया जा रहा है। तड़के भी मावा बनाने का काम शुरू करने के लिए बॉयलर को शुरू किया था, बॉयलर में क्षमता से अधिक प्रेशर बन गया। जैसे ही मालेरा निवासी फैक्ट्री के मुनीम कैलाश चंद ने बॉयलर के प्रेशर को कम करने के लिए वॉल्व खोलने का प्रयास किया तो धमाके (
Blast) के साथ बॉयलर फट गया, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल (
Injured) हो गया। वहीं हवा में उछलने के बाद वहां मौजूद मजदूर हनुमान सहाय भी उसकी चपेट में आ गया। दोनों घायलों (
Injured) को जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। फैक्ट्री में करीब 40 मजदूर काम करते हैं। शनिवार दोपहर एसएफएल टीम निरीक्षक हरिशचंद्र के नेतृत्व में पहुंची, जहां घटना के कारणों की जांच की गई।
ये बता रहे कारणत्योहारी सीजन के चलते फैक्ट्रियों (
mawa factory) में मावा बनाने का काम बड़े स्तर से किया जा रहा है। इन दिनों सुबह पांच बजे की बजाय दो तीन घंटे पहले ही मजदूरों को बुलाकर मावा तैयार किया जा रहा था। एक मजदूर ने रात को करीब दो बजे ही बॉयलर को शुरू कर दिया। जब तीन बजे तक मजदूर नहीं पहुंचे तो बॉयलर में क्षमता से अधिक प्रेशर बन गया और बॉयलर में सायरन बजने लग गया। सायरन की आवाज सुनकर फैक्ट्री (
mawa factory) का मुनीम उसके पास पहुंचा और बॉयलर के प्रेशर को कम करने के लिए वॉल्व को खोलने लग गया, लेकिन काफी समय तक बॉयलर का वॉल्व नही खुला और बॉयलर ओवर फ्लो होकर नीचे से फट (
Blast) गया। बॉयलर में प्रेशर की क्षमता इतनी अधिक थी कि वह अपनी जगह से उठकर करीब 100 फीट दूरी पर जा कर गिरा।
टल गया बड़ा हादसाबॉयलर प्रेशर के चलते पहले ऊपर उछला। बाद में फैक्ट्री में लगे टीनशेड पर गिरा, जिससे फैक्ट्री की दीवार ढह गई और टीनशेड टूटकर नीचे गिर गए। गनीमत रही कि उस वक्त फैक्ट्री में पूरे मजदूर नहीं आए थे। दूसरी तरफ मावा फैक्ट्री के मालिक के अनुसार यहां पर बॉयलर मशीन में 40 कढ़ाई मावा बनाने की लगी हुई है, जिस पर 50 लोग काम करते हैं। इनको सुबह 3 बजे से मावा बनाने का समय दिया हुआ था, लेकिन कर्मचारियों को आने में देर हुई हो गई और यह हादसा हो गया।