जोन 12 का मामला: जेडीए भूमि से किया अतिक्रमियों को बेदखलग्रामीणों ने किया विरोध, युवक ने किया आत्महत्या का प्रयास
चौमूं (
JDA Action)। जेडीए की बड़ी प्रस्तावित नींदड़ आवासीय योजना की भूमि पर कब्जा करके बनाए गए 40 कच्चे-पक्के मकानों को शनिवार को भारी पुलिस जाब्ते के बीच जेडीए के अधिकारियों ने बुल्डोजर चलवाकर ध्वस्त करवा दिया। करीब सात घंटे चली इस कार्रवाई में अतिक्रमियों ने विरोध भी किया, लेकिन सख्ती के चलते उनकी एक नहीं चली। इस दौरान एक युवक ने आत्महत्या की कोशिश करने की बात सामने आई, लेकिन इसे पुलिस एवं जेडीए अधिकारियों से सिरे नकार दिया।
सूत्रों के अनुसार जेडीए के 12 जोन ए में नींदड़ आवासीय योजना (
Nindad Residential Planning) के नाम से एक बड़ी आवासीय योजना प्रस्तावित है। इस योजना की भूमि पर कुछ लोगों ने थोड़े समय पहले रातों-रात कच्चे-पक्के मकानों का निर्माण करवाकर कब्जा कर लिया था। इसकी जानकारी मिलने पर जेडीए ने इन लोगों को अतिक्रमी मानते हुए उनको बेदखली करने की कार्यवाही शुरू की। इसी कड़ी में शनिवार को जोन उपायुक्त सुभाष महरिया के नेतृत्व में जेडीए अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ जिला पुलिस लाइन एवं हरमाड़ा पुलिस का जाब्ता योजना स्थल पर पहुंचा। जाब्ते में हरमाड़ा थानाधिकारी रमेश सैनी भी शामिल थे। जैसे ही जेडीए अधिकारियों ने जेसीबी से अतिक्रमण के तौर पर बनाए गए टीनशैडनुमा कच्चे व पक्के मकानों एवं अन्य चारदीवारी को ध्वस्त करना शुरू किया तो उनमें रहने वाले लोग विरोध में उतर आए। कई महिलाएं जेसीबी के सामने आ गई तो एक युवक ने आत्महत्या करने की धमकी दे डाली। विरोध करने वालों का कहना था कि यह जमीन उन्होंने खरीदी है। इसके बाद ही निर्माण कार्य करवाया है, लेकिन जेडीए दस्ते ने इसे जेडीए की भूमि बताते हुए उनकी परवाह नहीं की और जेसीबी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए विरोध करने वाली महिलाओं एवं उस युवक को भी वहां से हटा दिया। इसके बाद शाम 5 बजे तक कार्यवाही चली। इसके तहत 40 कच्चे व पक्के अतिक्रमण को ध्वस्त किया।
युवक ने किया फांसी लगाने का प्रयासजेडीए की जयपुर विकास प्राधिकरण (
Jda jaipur) की प्रस्तावित नींदड़ आवासीय योजना में खसरा नंबर 2460 में कई लोगों ने अतिक्रमण करके कच्चे-पक्के निर्माण कर लिए थे। यहां पर कई लोगों ने अतिक्रमण करके भूखंड दूसरों को बेच डाले थे। इस अतिक्रमण को हटाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा नोटिस दिया गया था, लेकिन लोगों ने जगह नहीं छोड़ी थी। शनिवार को जेडीए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाए, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। इस दौरान हर घर में महिलाओं व पुरुषों ने विरोध जताया। इस दौरान एक युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसे मौके पर उपस्थित ग्रामीणों एवं अधिकारियों ने एसएमएस भेजकर उसकी जान बचाई। बाद में विरोध के चलते कार्यवाही को रोक कर चले गए।
इनका कहना हैजेडीए की ओर से करीब दस बीघा भूमि पर किए गए अतिक्रमण को सुबह 10 से शाम 5 बजे तक दो जेसीबी से हटवाया है। विरोध हुआ था, लेकिन किसी भी युवक ने आत्महत्या की कोशिश नहीं की। यह सिर्फ अफवाहमात्र है। जेडीए ने चिह्नित अतिक्रमण हटाया है। हरमाड़ा थाने के अलावा जिला पुलिस लाइन से भी जाब्ता आया था।
रमेश सैनी, थानाधिकारी हरमाड़ाअतिक्रमण करवाने में कुछ भूमाफियाओं के शामिल होने की बात सामने आई है। बिजली कनेक्शन कैसे किए गए। जांच के आदेश दिए हैं। किसी भी युवक ने आत्महत्या की कोशिश नहीं की। हां, एक युवक नशे में जरूर भला-बुरा कह रहा था। जेडीए की भूमि पर किए गए 40 अतिक्रमियों के कब्जे ध्वस्त किए गए हैं।
सुभाष महरिया, उपायुक्त, जोन 12 जेडीए जयपुर