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रजामंदी से निकाला बीच खेतों से रास्ता

locationबगरूPublished: Dec 23, 2019 04:46:47 pm

Submitted by:

Ramakant dadhich

- अरनियां में किसानों की अचछी पहल,

रजामंदी से निकाला बीच खेतों से रास्ता

रजामंदी से निकाला बीच खेतों से रास्ता

– पंद्रह फीट चौड़ाई में तारबंदी व मेड़बंदी हटाई
मूंडरू. जहां कहीं लोग जमीन के एक-एक इंच टुकड़े के लिए लड़ाई-झगड़े कर कोर्ट कचहरी में पैसा बर्बाद करते हैं। वहीं निकटवर्ती गांव अरनियां के किसानों ने सकारात्मक पहल करते हुए करीब चार किलोमीटर लंबाई का रास्ता निकाला है। यह रास्ता किसानों ने आपसी रजामंदी से अपनी जमीन दान कर निकाला है। इसके लिए किसानों ने दो दिन पहले आसपास के लोगों की एक बैठक बुलाई। बैठक में डाबर का बालाजी सडक़ से मऊ अरनियां सडक़ तक के बीच आर-पार रास्ता निकाले जाने को लेकर विचार-विमर्श किए गए। चार किलोमीटर लंबाई के रास्ते की चर्चा होते ही अधिकांश किसानों ने मौके पर ही आपसी सहमति प्रदान कर दी। किसानों की सहमति से मौके पर ही एक प्रतिनिधि मंडल गठित किया गया। रास्ते के दुरुस्तीकरण के दौरान करीब पंद्रह फीट चौड़ाई में तारबंदी व मेड़बंदी हटाई गई। प्रतिनिधि मंडल के द्वारा तीन दिन के लगातार प्रयास के बाद करीब चार किलोमीटर लंबाई के रास्ते को निकाला गया।

इन ढाणियों को मिलेगा फायदा
किसान कालूराम सैनी ने बताया कि मऊ-अरनियां सडक़ मार्ग से डाबर का बालाजी सडक़ मार्ग तक करीब चार किलोमीटर की दूरी है। किसानों को मूंडरू और मऊ सडक़ मार्ग पर जाने के लिए करीब दस किलोमीटर का घुमाव लगता था। आपसी सहमति से रास्ता निकलवाए जाने पर किसानों को लाभ मिलेगा। इस रास्ते से जुड़ी फूटली, रुफाला, नाड़ी, रामदेव की ढाणी सहित करीब आठ-दस ढाणियों के लोगों को फायदा मिलेगा लोगों ने बताया कि रास्ते को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराकर जनप्रतिनिधियों से सडक़ निर्माण बनवाने के प्रयास किए जाएंगे।

प्रतिनिधि मंडल गठित
सहमति से मौके पर ही एक प्रतिनिधि मंडल गठित किया गया। रास्ते के दुरुस्तीकरण के दौरान करीब पंद्रह फीट चौड़ाई में तारबंदी व मेड़बंदी हटाई गई। प्रतिनिधि मंडल के द्वारा तीन दिन के लगातार प्रयास के बाद करीब चार किलोमीटर लंबाई के रास्ते को निकाला गया।

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