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CORONA EFFECT: रोजाना 25 करोड़ का नुकसान

locationबगरूPublished: Apr 02, 2020 11:55:16 pm

Submitted by:

Ramakant dadhich

– जैतपुरा रीको औद्योगिक क्षेत्र का मामला: 110 यूनिट बंद- तीन हजार श्रमिक हुए बेरोजगार

CORONA EFFECT: रोजाना 25 करोड़ का नुकसान

CORONA EFFECT: रोजाना 25 करोड़ का नुकसान

जैतपुरा. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते किए गए लॉक डाउन के कारण जयपुर-सीकर हाइवे-52 पर स्थित जैतपुरा रीको औद्योगिक क्षेत्र में ११० उद्योग-धंधे बंद हो गए हैं। औद्योगिक इकाइयों में कामकाज ठप होने से प्रतिदिन करीब २5 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हो रहा है। वहीं यहां कार्यरत हजारों श्रमिक भी बेरोजगार हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार जैतपुरा कस्बे में करीब चार दशक पहले स्थापित रीको औद्योगिक क्षेत्र में अनेक औद्योगिक इकाइयां हैं, जहां विभिन्न वस्तुओं का उत्पादन होता है, लेकिन अब लॉक डाउन के कारण यहां संचालित औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई हैं। इससे उद्यमी हताश तथा श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं।
110 फैक्ट्रियां है बंद
सूत्रों के अनुसार जैतपुरा रीको औद्योगिक क्षेत्र में करीब 200 इकाइयां स्थापित हैं। इनमें से वर्तमान में करीब 125 यूनिट ही चल रही थीं, जबकि अन्य इकाइयां विभिन्न कारणों के चलते बंद पड़ी थी। अब लॉकडाउन के बाद 125 में से 110 इकाई भी बंद हो गईं। वहीं इन इकाइयों में काम करने वाले करीब ढाई हजार लोग बेरोजगार हो गए। साथ ही करीब 500 अन्य श्रमिक भी बेरोजगार हो गए।
विद्युत उपकरणों का निर्माण
जानकारों की मानें तो यहां संचालित अधिकतर इकाइयों में ट्रांसफ ार्मर के उपकरण बनाए जाते हैं। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में खाद्य तेल व पशु आहार का भी उत्पादन किया जाता है। यहां से बाहर जाने वाला माल भी बंद हो गया है। इन इकाइयों से जुड़े लोगों की मानें तो इन इकाइयों के बंद होने से लगभग 25 करोड़ रुपए का व्यापार प्रतिदिन प्रभावित हो रहा है।
हार्डवेयर व दिहाड़ी मजदूर भी ठाले
लॉक डाउन से बंद इकाइयों के श्रमिकों के अलावा दिहाड़ी मजदूर व प्रतिदिन की दुकानदारी करने वाले व्यापारी भी काफी हद तक प्रभावित हो गए। इनमें खासकर यहां पर हार्डवेयर की दुकान करने वाले, चाय की दुकान करने वाले, ढाबा-होटल वाले समेत गाडिय़ों में माल ले जाने वाले लोग समेत इनसे जुड़े लोग सीधे तौर पर बेरोजगार हो गए।
उद्योगपतियों की उड़ी नींद
औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित कई उद्योगों के मालिक चिंतित भी हैं। लॉक डाउन होने के बाद उनके यहां काम करने वाले श्रमिक फिलहाल यहां से चले गए। दोबारा उद्योग चालू करने पर उन्हें श्रमिक मिलेंगे या नहीं। वहीं इकाइयों के लिए बैंकों से ऋण लिया हुआ है। इसे भविष्य में जमा करवाने की भी चिंता सता रही है।
इनका कहना है…
– कोरोना महामारी की वजह से लॉक डाउन से औद्योगिक क्षेत्र में कार्य बिल्कुल ठप हो गया है। उद्योगों में लगभग २५ करोड़ रुपए प्रतिदिन का नुकसान हो रहा है।

हंसराज अग्रवाल, अध्यक्ष
जैतपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, जैतपुरा
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