रोडवेज प्रशासन ने की सौ से अधिक बसों की व्यवस्था मालपुरा स्थित डिग्गी से पदयात्रियों की वापसी के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (Rajasthan Roadways) ने सौ से अधिक रोडवेज बसों की व्यवस्था की है। गुरुवार को चाकसू सहित आसपास के क्षेत्र में बसों की छतों पर अनेक पदयात्री (Many pedestrians were seen sitting on the roofs of buses) बैठे नजर आए। तेज धूप व बसों की छतों पर बैठने का जोखिम भी श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं सका। टोंक रोड पर चारों तरफ बाजै छै नौबत बाजा म्हारा डिग्गीपुरी का राजा… सहित डीजे पर अनेक भजन गंूजते रहे। इससे माहौल धर्ममय हो गया।
यह है खासियत टोंक जिले के मालपुरा में डिग्गी स्थित कल्याणजी का प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है। यहां इस वर्ष का लक्खी मेला 6 अगस्त से चल रहा है और 9 अगस्त को परवान चढ़ेगा। मुख्य मेला 9 अगस्त को भरेगा। इसके बाद 10 अगस्त को मेले का समापन होगा। इसकी विशेष बात यह है कि इस मेले के लिए जयपुर चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर
(Tadkeshwar Mahadev Temple) से मुख्य पदयात्रा आती है। ये 54वीं पदयात्रा जयपुर से 6 अगस्त को रवाना हुई थी। पदयात्रा के दौरान जयपुर से मालपुरा के रास्ते में हर तरफ पदयात्री ही पदयात्री नजर आ रहे हैं। हर कोई कल्याणधणी के जयकारे लगा रहा है। लोगों की आस्था देखते ही बनती है। इसमें महिलाएं, बच्चे, बड़े बुजुर्ग भी उत्साह से शामिल हो रहे हैं।
अन्य पदयात्राएं भी हुई रवाना वहीं ग्राम गुमानपुरा के श्री रघुनाथ मन्दिर से वीर तेजाजी युवा मण्डल के तत्वावधान में सुरसरा धाम स्थित तेजाजी महाराज के लिए नवीं पदयात्रा रवाना हुई। इसमें दो सौ से अधिक महिला पुरुष रवाना हुए। देवनारायण मन्दिर आसलपुर से ज्वाला माता जोबनेर
(Jwala Mata Jobner) की चतुर्थ विशाल पदयात्रा भी गुरुवार को प्रात: 9 बजे रवाना हुई। देवनारायण मन्दिर आसलपुर (Devnarayan Temple Asalpur) से ध्वज पूजन के बाद पदयात्रियों को रवाना किया गया।